रायपुर। छत्तीसगढ़ नगरीय निकाय प्लेसमेंट कर्मचारी महासंघ ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। महासंघ के कार्यकारी अध्यक्ष खेमूलाल निषाद और महासचिव शरद राम ने बताया कि राज्य के 184 नगरीय निकायों में पिछले 15 सालों से लगभग 20,000 प्लेसमेंट और आउटसोर्सिंग कर्मचारी काम कर रहे हैं, लेकिन उनकी स्थिति पर सरकार का कोई ध्यान नहीं जा रहा है, जिससे मजबूर होकर हड़ताल का निर्णय लिया गया है।
महासंघ की प्रमुख मांगों में शामिल है कि नगरीय निकायों के प्लेसमेंट कर्मचारियों को जलसंसाधन, पीडब्ल्यूडी, पीएचई और वन विभाग की तरह सीधे वेतन का भुगतान किया जाए, जबकि वर्तमान में उन्हें ठेकेदार के माध्यम से वेतन मिलता है। इसके अलावा, कर्मचारियों ने श्रम सम्मान राशि के रूप में 4,000 रुपये प्रति माह देने की भी मांग की है। उनका कहना है कि इन दोनों मांगों से सरकार पर कोई अतिरिक्त वित्तीय भार नहीं आएगा, फिर भी उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
कर्मचारियों ने यह भी बताया कि वर्तमान में उन्हें 10,000 से 12,000 रुपये की मामूली तनख्वाह मिलती है, जिससे उनके परिवार का पालन-पोषण करना अब मुश्किल हो गया है।
हड़ताल से बढ़ेगी समस्याएं
प्लेसमेंट कर्मचारियों की हड़ताल के कारण शहर के 70 वार्डों में निगम द्वारा सफाई और टैंकर से पेयजल आपूर्ति का काम ठप हो जाएगा। आज सुबह से टिकरापारा स्थित यार्ड में कर्मचारियों ने गाड़ियां खड़ी कर प्रदर्शन किया और नारेबाजी की।