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BEO बनने की चाहत में बना गुनहगार: खुद को बीईओ बनाने जारी किया फर्जी आदेश

Kawardha : छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले से एक ऐसा फर्जीवाड़ा सामने आया है जिसने शिक्षा विभाग में खलबली मचा दी है. यहां एक व्याख्याता (शिक्षक) ने विकासखंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) बनने की चाहत में फर्जीवाड़ा करते हुए शिक्षा विभाग के सचिव के नाम से फर्जी आदेश कॉपी जारी किया और आदेश को जिला शिक्षा विभाग में पेश किया. इस मामले के सामने आने के बाद जब फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ तो सभी हैरान रह गए. जिसके बाद अब जिला शिक्षा अधिकारी ने व्याख्याता के खिलाफ फर्जी आदेश प्रस्तुत कर शासन-प्रशासन को गुमराह करने के आरोप में सिटी कोतवाली में मामला दर्ज कराया है. जिसके बाद पुलिस ने आरोपी व्याख्याता को गिरफ्तार कर लिया है.

कैसे हुआ फर्जीवाड़ा?

व्याख्याता दयाल सिंह बघेल ने 19 जुलाई 2024 को शिक्षा विभाग के सचिव के नाम से एक फर्जी आदेश कॉपी तैयार की और जिला शिक्षा विभाग में प्रस्तुत किया. इस आदेश में लिखा गया था कि उन्हें बोड़ला विकासखंड के शिक्षा अधिकारी (बीईओ) के पद पर नियुक्त किया गया है. जिला शिक्षा अधिकारी ने जब इस आदेश की सत्यता जांची तो स्कूल शिक्षा विभाग ने स्पष्ट कर दिया कि ऐसा कोई आदेश जारी नहीं हुआ है. इसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने आरोपी शिक्षक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई.

इस मामले में एडिशनल एसपी पुष्पेंद्र सिंह बघेल ने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी ने बेंदरची में पदस्थ व्याख्याता दयाल सिंह बघेल ने बोड़ला बीईओ बनने की फर्जी दस्तावेज जिला शिक्षा अधिकारी के पास पेश किया गया था लेकिन पेश किए गए दस्तावेज के बारे में स्कूल शिक्षा विभाग से जानकारी मांगी गई. उसमें पता चला कि जो शासन के नाम से लेटर जारी हुआ है वो फर्जी पाया गया. जिस पर सिटी कोतवाली में व्याख्याता दयाल सिंह बघेल के ऊपर 336,338 और 340 बी के तहत मामला दर्ज कर ली गई है. वहीं मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.

बता दें पूर्व में भी दयाल सिंह बघेल बोड़ला विकासखंड के शिक्षा अधिकारी रह चुके है इस दौरान शिक्षकों से बदसुलूकी और मातृ अवकाश पर पैसे लेने के आरोप और भ्रष्टाचार के आरोप लगे हुए थे, जिस पर शासन ने उनको बीईओ के पद से निलंबित कर दिया था.

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