16 जून से प्रदेश में शाला प्रवेश उत्सव: स्कूल होंगे सुंदर, बच्चों का स्वागत जोर-शोर से

रायपुर। छत्तीसगढ़ में 16 जून से शुरू हो रहे नए शैक्षणिक सत्र की तैयारियां जोरों पर हैं। स्कूल शिक्षा विभाग ने सभी कलेक्टरों, मिशन संचालकों और जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी कर शाला प्रवेश उत्सव की व्यापक तैयारी और प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए हैं।
प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करते हुए शासन का स्पष्ट उद्देश्य है कि विद्यार्थियों को स्वच्छ, सुंदर और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का माहौल मिले। इसी लक्ष्य को लेकर हर स्तर पर शाला प्रवेश उत्सव 16 जून से मनाया जाएगा।
स्कूलों की सफाई और मरम्मत 10 जून तक पूरी करने के निर्देश
प्रवेश उत्सव से पहले सभी स्कूल भवनों, परिसरों और कक्षाओं की सफाई और मरम्मत का कार्य 10 जून तक पूरा करने को कहा गया है। साथ ही स्कूलों को आकर्षक और प्रिंट-रिच वातावरण में सजाने की बात कही गई है, जिससे बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरक माहौल मिल सके।
रैली, पोस्टर, मुनादी से होगा प्रचार
प्रवेश उत्सव को उत्सव की तरह मनाने की तैयारी है। इसके लिए बैनर-पोस्टर लगाने, रैली निकालने और मुनादी कराने के निर्देश दिए गए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों और शहरी वार्डों में जोरदार प्रचार किया जाएगा, जिससे अधिक से अधिक पालक और बच्चे स्कूल से जुड़ सकें।
जनप्रतिनिधियों और पालकों को मिलेगा आमंत्रण
इस आयोजन में स्थानीय जनप्रतिनिधियों, शाला विकास समिति के सदस्यों और पालकों को विशेष रूप से आमंत्रित किया जाएगा, ताकि सामुदायिक भागीदारी से शिक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाया जा सके।
हर स्तर पर आयोजन की तैयारी
शाला स्तर, संकुल स्तर, ब्लॉक स्तर और जिला स्तर पर प्रवेश उत्सव आयोजित किया जाएगा। इसके लिए जिला स्तर पर कार्ययोजना तैयार करने और विद्यार्थियों की उपस्थिति पंजी पहले से संधारित करने के निर्देश हैं।
कक्षा पहली में प्रवेश के लिए आंगनबाड़ी केन्द्रों से बच्चों की सूची प्राप्त कर प्रवेश प्रक्रिया जल्द शुरू करने को कहा गया है।