Chhattisgarh News : 2600 से अधिक बर्खास्त बीएड शिक्षकों को मिला पुनःसमायोजन, शिक्षकों के जीवन में लौटी मुस्कान

Chhattisgarh / रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार ने एक संवेदनशील और ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए 2600 से अधिक बर्खास्त बीएड अर्हताधारी सहायक शिक्षकों को सहायक शिक्षक (विज्ञान प्रयोगशाला) के पद पर पुनःसमायोजित किया है। इस फैसले से न केवल शिक्षकों के जीवन में स्थायित्व आया है, बल्कि राज्य की शिक्षा व्यवस्था को भी नया बल मिला है।
मानवीय निर्णय की तारीफ
यह पहली बार है जब किसी राज्य सरकार ने संवेदनशीलता और मानवीय दृष्टिकोण के आधार पर ऐसा फैसला लिया है। लंबे समय से संघर्ष कर रहे इन शिक्षकों की मांग को आखिरकार साय सरकार ने गंभीरता से लिया और उनका समाधान कर उन्हें राहत दी।
मुख्यमंत्री से शिक्षकों की आत्मीय मुलाकात
1 मई को बर्खास्त सहायक शिक्षकों का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री निवास पहुँचा, जहाँ उन्होंने सीएम साय को गजमाला पहनाकर आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने उन्हें शुभकामनाएं देते हुए कहा,
“शिक्षक बच्चों और देश का भविष्य गढ़ते हैं। आप सभी पूरी निष्ठा से अपनी नई भूमिका निभाएं।”
कैसे हुई बर्ख़ास्तगी और फिर बहाली
2018 में नियुक्त 2621 बीएड शिक्षकों की सेवाएं सुप्रीम कोर्ट के डीएलएड अनिवार्यता फैसले के बाद छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट द्वारा रद्द कर दी गई थीं। इसके बाद शिक्षकों ने 126 दिन तक नवा रायपुर के तूता में शांतिपूर्ण आंदोलन किया, जिसमें खून से पत्र, मुंडन, जल सत्याग्रह और दंडवत यात्रा जैसे प्रयास शामिल थे।
समिति की सिफारिश और कैबिनेट की मंजूरी
मुख्यमंत्री के निर्देश पर गठित उच्चस्तरीय समिति ने सिफारिश की कि इन शिक्षकों को “सहायक शिक्षक (विज्ञान प्रयोगशाला)” के रिक्त पदों पर समायोजित किया जाए। कैबिनेट ने इसे मंजूरी देते हुए 4422 रिक्त पदों में से इन्हें समायोजित करने का निर्णय लिया।
शिक्षकों को मिला नया संबल
शिक्षकों ने कहा कि यह निर्णय मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता और नेतृत्व क्षमता को दर्शाता है। उन्होंने कहा,
“साय सरकार ने केवल हमारी नौकरी नहीं लौटाई, बल्कि हमें सम्मान, आत्मविश्वास और भविष्य की आशा भी दी है।”
सरकार ने दिया अतिरिक्त उपहार
- कला और विज्ञान संकाय के 12वीं उत्तीर्ण शिक्षकों को गणित/विज्ञान की पात्रता पूर्ण करने के लिए 3 साल की छूट मिलेगी।
- SCERT के माध्यम से 2 माह का विशेष प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
- OBC वर्ग के 355 अभ्यर्थियों के लिए सांख्येत्तर पदों का सृजन होगा।
- समायोजन अनुसूचित क्षेत्र, फिर सीमावर्ती जिलों, और उसके बाद अन्य जिलों में किया जाएगा।
मुख्यमंत्री की सोशल मीडिया पोस्ट
सीएम साय ने X पर लिखा,
“शिक्षकों के चेहरों पर मुस्कान देखकर आत्मिक संतोष मिला। सरकार का यह निर्णय शिक्षकों को सम्मान और राज्य की शिक्षा व्यवस्था को नई ऊँचाई देगा।”