बिलासपुर में फिर सामने आया धर्मांतरण का मामला, दो पास्टर समेत आधा दर्जन लोग हिरासत में

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में धर्मांतरण को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। सरकंडा थाना क्षेत्र के अटल आवास में एक बार फिर धर्मांतरण की गतिविधियों की शिकायत सामने आने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो पास्टर समेत करीब आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया है। फिलहाल सभी से पूछताछ की जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, अटल आवास में दो अलग-अलग स्थानों पर प्रार्थना सभाओं की आड़ में धर्मांतरण किए जाने की सूचना हिंदूवादी संगठनों को मिली थी। संगठनों का आरोप है कि कुछ लोग भोले-भाले लोगों को लालच देकर धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
सरकंडा थाना प्रभारी नीलेश पांडेय ने बताया कि उन्हें एक टेलीफोनिक सूचना मिली थी कि अटल आवास परिसर के ऊपरी मंजिल में एक कमरे में ईसाई धर्म से जुड़ी प्रार्थना सभा की जा रही है, जिसमें हिंदू धर्म के लोगों को भाग लेने के लिए प्रेरित किया गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने कुछ पास्टरों से पूछताछ की, जिन्होंने वहां प्रार्थना करने की बात स्वीकार की। पुलिस मामले की तस्दीक कर रही है और रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पहले भी हो चुकी है कार्रवाई
यह पहला मौका नहीं है जब धर्मांतरण की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई की है। हाल ही में मोपका क्षेत्र में भी इसी तरह की सूचना पर पुलिस ने दो घरों में दबिश दी थी। वहां प्रार्थना सभा की आड़ में धर्मांतरण के प्रयास का आरोप लगा था। उस दौरान चार लोगों को हिरासत में लिया गया था, साथ ही धर्म विशेष से जुड़ी किताबें और साहित्य जब्त किए गए थे।
सरकंडा पुलिस इन मामलों को गंभीरता से लेते हुए हर सूचना पर कार्रवाई कर रही है। फिलहाल अटल आवास में पकड़े गए लोगों से गहन पूछताछ की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि धर्मांतरण की कोशिश किस स्तर पर और किन-किन लोगों की संलिप्तता से की जा रही थी।