धमतरी। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के धमतरी जिले (Dhamtari District) के एक गांव में हाथी के शावक की जंगल के दलदल में फंसने से मौत हो गई है. जिले के नगरी सिहावा क्षेत्र के ग्राम चंदनबाहरा जंगल के सांकरा वन परिक्षेत्र के जंगल में सिकासेर दल के हाथी के शावक की जंगल के दलदल में फंस जाने से मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि सांकरा वन परिक्षेत्र के इलाके में 40 से 45 हाथियों का झुंड लगातार विचरण कर रहा है. मरने वाला नर शावक 4 से 6 महीने का बताया जा रहा है. जंगल के बीचो-बीच दलदल में फंस जाने से उसकी मौत हो गई.
मॉर्निग में ट्रैक करते वक्त आने लगी स्मेल
जानकारी के अनुसार सिकासेर दल के 40 से 45 हाथियों के झुंड को वन विभाग द्वारा मॉर्निंग में ट्रैक करते वक्त जंगल में स्मेल आने लगी. जिससे वन विभाग की टीम ने आसपास जंगल में तलाशी ली. कुछ दूर जंगल में ही नर शावक की लाश मिली. वहीं वनमंडला अधिकारी ने 2 दिन पहले हाथी के बच्चों की मौत होने की बात कही. कृष्णा जाधव ने यह भी बताया कि वन विभाग को उस वक्त सूचना मिली. जिस वक्त जंगल में हाथियों का झुंड मौजूद था.
जंगल में गड्ढा खोदकर दफनाया हाथी का शव
वहां तक वन विभाग की टीम नहीं पहुंच पाई थी. जब हाथियों का दल जंगलों में आगे की और बढ़ा. तब पूरी वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और हाथी के शावक का पोस्टमार्टम करवाने के बाद नियम अनुसार वन विभाग द्वारा जंगल में ही गड्ढा खोदकर शावक को दफनाया दिया गया. वहीं 40 से 45 हाथियों का झुंड कई दिनों से आसपास के जंगलों में विचरण कर रहा है. वर्तमान में यह दल दो हिस्सों में बंट गया है. वन विभाग लगातार हाथियों की निगरानी कर रहा है.