छत्तीसगढ़ : प्राइमरी स्कूल के दरवाजे में दौड़ा करंट, चपेट में आए 12 से ज्यादा बच्चे, टीचर की सूझबूझ से बची जान

सरगुजा। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर ब्लॉक के रिखीमुड़ा प्राइमरी स्कूल में उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब अचानक 12 से अधिक बच्चे करंट की चपेट में आ गए. एकाएक हुए इस घटनाक्रम में शिक्षिका की सूझबूझ ने बच्चों की जान बचाई. हालांकि इस दौरान शिक्षिका खुद करंट की चपेट में आ गई, जिनका फिलहाल एक निजी अस्पताल में इलाज जारी है. जानकारी के अनुसार रिखीमुड़ा प्राइमरी स्कूल में शिक्षक बल्ब जलाने के लिए मीटर में तार लगा रहे थे. इसी दौरान दरवाजे के पास शॉट सर्किट होने के कारण 12 से अधिक बच्चे करंट की चपेट में आ गए.

पूरी घटना उस समय हुई जब बच्चे कक्षा से बाहर जा रहे थे और शिक्षिका वहीं मौजूद थी. जैसे ही बच्चे दरवाजे से टकराकर गिरने लगे तो शिक्षिका को अंदेशा हो गया कि दरवाजे में करंट है. फिर उन्होंने बच्चों को उससे दूर करने लगी.

शिक्षिका ने बचाई बच्चों की जान
शिक्षिका जब बच्चों को दरवाजे से दूर कर रही थी, उसी दौरान उनका हाथ दरवाजे में आ गया और हाथ-पैर में गंभीर चोंट आ गई. हादसे में शिक्षिका का हाथ और पैर बुरी तरह जल गया, जिसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. फिलहाल शिक्षिका का इलाज जारी है. वहीं 10 से 12 बच्चों को गिरने और करंट की चपेट में आने से चोंट आई है. हादसे के बाद शिक्षकों और विभाग की लापरवाही भी सामने आई है.

हादसे के बाद मची अफरा-तफरी
अचानक हुए इस हादसे के बाद आसपास अफरा-तफरी मच गई और गांव के लोग भी स्कूल परिसर में एकत्रित हो गए. इस दौरान जो बच्चे सुरक्षित थे उन्होंने दौड़कर आसपास से लोगों को बुलाया. वहीं इस दौरान दो बच्चे बेहोश भी हो गए थे. वहीं गांव के लोग भी पूरे मामले में शिक्षिका का शुक्रिया अदा कर रही है कि उनकी वजह से बच्चों की जान बच सकी.

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