कोयले में अफरा-तफरी : सीबीआई ने रायपुर, उमरिया में मारे छापे, छह करोड़ 10 लाख रुपए से ज्यादा की ठगी का है मामला
रायपुर। एसईसीएल के साथ छह करोड़ 10 लाख रुपए से ज्यादा की ठगी करने के मामले में सीबीआई ने दो कारोबारी संस्थानों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। मामला दर्ज करने के बाद सीबीआई ने मध्यप्रदेश, उमरिया तथा रायपुर के अलग-अलग ठिकानों पर सोमवार को छापे की कार्रवाई की। सीबीआई द्वारा जारी बयान के मुताबिक एसआर समेत दो आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। सर्वेयर (तत्कालीन कोलियरी सर्वेक्षक), जामपाली ओपन कास्ट माइन (ओसीएम), रायगढ़ क्षेत्र और एक निजी कंपनी के भागीदार पर भ्रष्टाचार के आरोप में जांच की जा रही है। सीबीआई ने रायगढ़ के जामपाली ओपन कास्ट माइन (ओसीएम) के सीनियर सर्वेयर (तत्कालीन कोलियरी सर्वेक्षक) सहित दो आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
सीबीआई द्वारा जारी बयान के मुताबिक, राज्य के एक निजी निर्माण कंपनी के भागीदार पर आरोप लगाया गया गया है कि साउथ ईस्टर्न कोल फील्डस लिमिटेड, बिलासपुर ने ओवर बर्डन हटाने, इसकी संबद्ध गतिविधियों के लिए हैवी अर्थ मूविंग मशीन को किराए पर लेने के काम के लिए निविदा जारी की थी। जामपाली ओसीएम रायगढ़ के प्रबंधन प्रभारी अभियंता के निर्देश के अनुसार गारलैंड ड्रेन के लिए मिट्टी का काम दो निजी निर्माण कंपनियों के संयुक्त उद्यम को सौंपा गया था।
पद का दुरुपयोग करने का आरोप
सीबीआई ने आरोप लगाया है कि सीनियर सर्वेयर (तत्कालीन कोलियरी सर्वेक्षक), जामपाली ओसीएम रायगढ़ ने अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग करके एक अन्य आरोपी जिसे मृत बताया गया तथा एक निजी कंपनी के मालिक और एक अन्य निजी कंपनी के भागीदार के साथ आपराधिक साजिश रची। निर्माण कंपनी ने ओबीआर मात्रा के रिकॉर्ड में हेराफेरी की और फर्जी रिकॉर्ड के आधार पर एसईसीएल को रुपए की धोखाधड़ी करने के इरादे से उक्त संयुक्त उद्यम कंपनियों को छह करोड़ 10 लाख रुपए से ज्यादा अतिरिक्त भुगतान किया गया।