बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिला मुख्यालय से महज 3 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत झलमला में गणेश पंडाल के कार्यक्रम के दौरान तेज आवाज में बज रहे डीजे को बंद कराने पहुंची पुलिस और राजस्व विभाग की टीम पर सैकड़ों ग्रामीण भड़क गए और घेर कर विरोध जताया. घटना का वीडियो सामने आया है, जिसमें ग्रामीणों को पुलिस पर उग्र प्रदर्शन करते हुए देखा जा सकता है. इस बवाल के बीच पुलिस ने बड़ी मशक्कत के बाद डीजे बंद कराकर स्थिति को नियंत्रित किया. यह मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है.
तेज आवाज में बज रहे डीजे को बंद कराने पहुंची प्रशासनिक टीम के साथ झलमला के दो ग्रामीणों, युधिष्ठिर ठाकुर (45 वर्ष) और नेम सिंह ठाकुर (41 वर्ष) ने अभद्र व्यवहार किया. पुलिस ने दोनों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की है और बीएनएसएस की धारा 170 के तहत मामला दर्ज किया है.
प्रशासनिक नियम के अनुसार
सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार डीजे साउंड सिस्टम को 75 डेसिबल से तक ही बजा सकतें है और ज्यादा आवाज में बजाने पर प्रशासन ने प्रतिबंध लगा दिया है. वहीं जिस वाहन में डीजे बांधकर ज्यादा आवाज में डीजे बजाते पाया गया उसका परमिट भी खत्म कर दिया जाएगा.
लगातार पेट्रोलिंग जारी
कोतवाली थाना प्रभारी रविशंकर पाण्डेय ने बताया कि प्रशासन की टीम रात्रि के दौरान झलमला में डीजे साउंड सिस्टम पर रोक लगाने के लिए पहुंची थी. इस दरमियान अभद्र व्यवहार करने वाले दो लोगों पर बीएनएसएस की धारा 170 के तहत दो लोगों पर कार्रवाई की गई है. थाना प्रभारी ने बताया, क्षेत्र में लगातार पेट्रोलिंग की जा रही है ताकि कहि पर भी नियम विरुद्ध डीजे न बजे।