CG आरपीऍफ़ ने दिखाई सजगता : चलती गाड़ी से उतरने की कोशिश में बच्चे सहित गिरी महिला, बाल-बाल बची जान
तिल्दा। तिल्दा स्टेशन में आज सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। आरपीऍफ़ पुलिस की सजगता और तत्परता ने एक महिला यात्री और उसके नवजात शिशु की जान बचा ली। गाड़ी संख्या 12856 ईतवारी-बिलासपुर एक्सप्रेस तिल्दा स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 3 पर 2 मिनट के स्टॉपेज के बाद गंतव्य के लिए रवाना हो रही थी, तभी एक महिला यात्री चलती ट्रेन से नवजात शिशु के साथ उतरने लगी। इस दौरान वह और शिशु प्लेटफार्म और ट्रेन के बीच में गिरकर फंस गए।
स्टेशन पर ड्यूटी कर रहे प्रधान आरक्षक आरपी. जांगड़े ने इस हादसे को देख तुरंत सूझ- बूझ से काम लिया। उन्होंने तुरंत अन्य यात्रियों से चेन पुलिंग करने की अपील की और दौड़ते हुए महिला यात्री के पास पहुंचे। गाड़ी के रुकने तक जांगड़े ने महिला को प्लेटफार्म से चिपके रहने का निर्देश दिया ताकि कोई अनहोनी न हो। ट्रेन रुकते ही उन्होंने महिला और उसके नवजात शिशु को सुरक्षित बाहर निकाला। इस घटना में मां और बच्चे को किसी प्रकार की चोट नहीं आई, हालांकि महिला यात्री अत्यधिक घबराई हुई थी।
घबराहट से उल्टी दिशा में चलती गाड़ी से उतरी महिला
पूछताछ के दौरान महिला ने अपना नाम ईना यादव, उम्र 25 वर्ष, बताया और अपने गृहग्राम पौंसरी थाना सिमगा जिला बलौदाबाजार का पता बताया। महिला ने बताया कि वह रायपुर में नवजात शिशु का इलाज कराकर अपने गांव लौट रही थी। तिल्दा स्टेशन के आगमन की जानकारी न होने के कारण, ट्रेन के रवाना होने के बाद अन्य यात्रियों से जानकारी मिलने पर घबराहट में वह उल्टी दिशा में चलती गाड़ी से उतरने लगी, जिससे वह और नवजात शिशु ट्रेन और प्लेटफार्म के बीच गिर गए।
आरपीऍफ़ नें महिला और उसके नवजात शिशु की जान बचाई
इस घटना के बाद स्टेशन पर अन्य यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई, जिसे आरपीऍफ़ पुलिस के अन्य अधिकारी और बल सदस्यों ने नियंत्रित किया और ट्रेन को समय से रवाना किया। इस हादसे में आरपीऍफ़ पुलिस की त्वरित कार्रवाई और प्रधान आरक्षक आर.पी. जांगड़े की सूझबूझ ने एक महिला और उसके नवजात शिशु की जान बचाई। यात्रियों ने आरपीऍफ़ पुलिस की इस तत्परता और साहसिक कार्य के लिए प्रशंसा की।