बिलासपुर। इलेक्ट्रिक स्कूटर को डिस्काउंट में लेने के लालच में रेलवे का एक ड्राफ्ट्समैन साइबर ठगी का शिकार हो गया। चोर ने उसे ऑनलाइन 50 हजार रुपये जमा करने का झांसा दिया। इसके बाद वह और पैसे की मांग करने लगा। ठगी का शक होने पर उसने पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मामला सिविल लाइन थाने का है। पुलिस के मुताबिक, नेहरू नगर निवासी संजय गुप्ता रेलवे ड्राफ्ट्समैन हैं। वह अपने मोबाइल फोन पर इंटरनेट के जरिए इलेक्ट्रिक स्कूटर के बारे में जानकारी खोज रहा था। ऑनलाइन जानकारी खोजने के बाद वह दूसरे काम में लग गया और मोबाइल नेटवर्क बंद कर दिया। इसी बीच रविवार को उसके मोबाइल पर एक अज्ञात नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को इलेक्ट्रिक स्कूटर बनाने वाली कंपनी का कर्मचारी बताया। बातचीत में उसकी दिलचस्पी देखकर उसने उसे स्कूटर की कीमत बताई और डिस्काउंट देने की बात भी कही।
इसी बीच छूट के लालच में रेलवे कर्मचारी स्कूटर खरीदने की तैयारी कर लिया। फिर ठग ने उसे अकाउंट नंबर दिया और ऑनलाइन पेमेंट कर रिजर्वेशन कराने को कहा। रेलवे कर्मचारियों ने उक्त खाता संख्या में 25,000 रुपये जमा किए। रुपये जमा करने के बाद ठग ने उसे बताया कि अगले दिन स्कूटर तैयार हो जाएगा। फिर उससे रजिस्ट्रेशन के लिए 22 हजार 649 रुपए मांगे। उसकी बातों को समझकर उसने फिर से पैसे जमा कर दिए। फिर ठग ने परिवहन के लिए 18 हजार 900 रुपए जमा करने को कहा। जब उसने बार-बार इस तरह से पैसे मांगे तो उसे शक हुआ और फोन काट दिया। साथ ही उन्होंने अपना अकाउंट भी ब्लॉक कर दिया। इसके बाद उन्होंने पुलिस से मामले की शिकायत की। पुलिस पहल के आधार पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।