CG : लुटेरी दुल्हन कांड में पुलिस को मिली बड़ी सफलता, लुटेरी दुल्हन का फर्जी भाई इंदौर शहर से गिरफ्तार

दुर्ग: दुर्ग पुलिस ने दुर्ग में हुए लुटेरी दुल्हन कांड में बड़ी सफलता पाई है। पुलिस ने मध्य प्रदेश के इंदौर शहर से लुटेरी दुल्हन के फर्जी भाई को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। आगे की कार्रवाई जारी है।

दुर्ग एएसपी अभिषेक झा ने बताया कि आपापुरा शनिचरी बाजार दुर्ग निवासी संतोष जैन ने इस मामले की कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उनकी शिकायत पर दुर्ग कोतवाली थाने में 7 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। संतोष जैन शहर के बड़े व्यवसायी हैं। उसके पिता उसकी शादी के लिए लड़की की तलाश कर रहे थे। इसकी जानकारी लगने पर ठगो ने मिलकर उन्हें ठगने का प्लान बनाया।

उन लोगों से सरला जैन नाम की एक महिला ने संपर्क किया। उसने खुद को इंदौर से बताया। उसने बताया कि उसके पास एक अच्छा रिश्ता है। इसके बाद उसने दुल्हन के फर्जी भाई को उनसे मिलवाया। दो दोनो पक्ष में रिश्ता तय हो गया तो 17 मार्च 2023 को संतोष जैन का विवाह पूरे रीति रिवाज के साथ भारती जैन नाम की लड़की से हुआ। शादी के दो-तीन दिन बाद से ही लुटेरी दुल्हन ने महंगे सामानों की डिमांड करनी शुरू कर दी। संतोष के परिवार वालों ने भारती की डिमांड को पूरा किया, लेकिन धीरे-धीरे उसकी डिमांड बढ़ने लगी। इसे लेकर भारती और संतोष व उसके परिवार में विवाद भी शुरू होने लगे।

मामले बढ़ने पर उन्होंने इसकी शिकायत 16 जून 2023 को कोतवाली थाना में की थी। इस बीच लड़के के परिवार वालों को लड़की पर संदेह हुआ तो उन्होंने उससे उसके परिवार वालों का नाम आधार और आईडी मांगा। इस पर भारती ने कुछ दिन तक तो टालमटोल लेकिन जब संतोष के घऱ वाले नहीं माने तो उसने उन्हें धमकी देना शुरू कर दिया। भारती ने उन्हें दहेज के केस में फंसाने की धमकी दी। इस दौरान संतोष जैन ने उसके बारे में खोजबीन शुरू की तो उसे पता चला कि भारती ने कुछ दिन पहले ही एक दूसरे लड़के से शादी की थी। उससे उन्हें एक दो माह की बच्ची भी हुई। बाद में भारती ने उन्हें भी लूटा और फिर तलाक देकर अलग हो गई। इसके बाद संतोष जैन कोतवाली थाने पहुंचा और पुलिस को पूरी सच्चाई बताई। जब तक पुलिस कुछ कार्रवाई करती भारती ससुराल वालों के साथ ठगी करके फरार हो चुकी थी।

सभी आरोपियों ने छिपाई थी अपनी असली पहचान

दुर्ग पुलिस ने बताया कि इस मामले में जितने भी लोग शामिल थे सभी ने अपनी असली पहचान छिपाई थी। दुल्हन का कथित भाई का नाम संतोष शर्मा था, जबकि उसने अपनी पहचान छिपाकर खुद को संतोष जैन बताया। इसी तरह लुटेरी दुल्हन का असली नाम भारती नरगावेप था। जिस महिला एजेंट ने सरला जैन बनकर शादी तय करवाई उसका असली नाम सरला जाधव उर्फ हर्षा था और वो इंदौर की दलाल है। वहीं लड़की के रिश्तेदार महावीर गांधी का असली नाम शिवराज जाधव है। पुलिस ने इनके सहित कुल सात के खिलाफ धारा 120 बी, 420 के तहत अपराध दर्ज किया है।

वास्तविक पहचान आते ही दुल्हन हुई फरार

घरवालों ने बताया कि उन्होंने भारती से कुलदेवी पूजा में जाने के लिए टिकट के नाम पर सभी रिस्तेदारों का आधार कार्ड मांगा था। इस पर वो उनसे विवाद करने लगी। घर वालों ने जब उसके बारे में पता किया और उसकी पहचान सामने आने लगी तो मौका देखकर वो घर से सामान और कैश लेकर भाग गई।

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