राजनांदगांव। जिले के तुमड़ीबोड़ पुलिस ने ग्राम मलइडबरी में हुए अंधे हत्याकांड के प्रकरण को राजफाश कर लिया है। पुलिस ने हत्या के आरोपित दो सगे भाई राजनांदगांव लखोली कुंआ चौक निवासी जीवन यादव (48 वर्षीय) और देवनारायण यादव (35 वर्षीय) को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने कबाड़ी सामान उठाने से मना करने पर सोनेसरार निवासी राधेलाल निषाद (55) की हत्या कर दी थी। वारदात के बाद से दोनों आरोपित भाई फरार हो गए थे, जिन्हें तुमड़ीबोड़ व साइबर की टीम ने सीसीटीवी कैमरे की मदद से ग्राम सोमनी में गिरफ्तार किया। शनिवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभाकक्ष में एएसपी राहुलदेव शर्मा ने पत्रकारवार्ता में प्रकरण का राजफाश किया।
बता दें कि घटना बीते 25-26 फरवरी की दरमियानी रात से सुबह आठ बजे के बीच की है। 26 की सुबह करीब नौ बजे मलइडबरी स्थित बाजार के चबुतरे में शव देखकर ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी थी, जिस पर पुलिस ने शव बरामद कर मामले को विवेचना में लिया था। मृतक राधेलाल निषाद की पहचान घटना के तीसरे दिन सोनेसरार निवासी के रूप में हुई, जो मलइडबरी स्थित ढाबा में काम करता था। घटना स्थल पर पुलिस ने खून से लथपथ पत्थर भी बरामद किया था, जिससे मृतक की हत्या की गई थी।
फूटेज की मदद से पकड़े गए आरोपित
पुलिस की जांच में 27 फरवरी को शेरे पंजाब ढाबा में लगे सीसी टीवी फूटेज में आरोपितों की पहचान सामने आयी थी। घटना स्थल पर मिले गमछे व टोपी लगाने वालों की पहचान लखोली के जीवन यादव के रूप में हुई। इसके बाद पुलिस ने मलइडबरी से दुर्ग तक फूटेज चेक किया, जिसमें आरोपित जीवन को ग्राम सोमनी में यात्री प्रतिक्षालय के पास देखा गया। खबर मिलते ही पुलिस की टीम जब वहां पहुंची तो दोनों आरोपित पुलिस को देखकर भागने लगे, जिन्हें घेराबंदी कर पकड़ा गया।
हत्या से पहले हुआ विवाद
पुलिस की पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि हर सप्ताह की तरह बीते 25 फरवरी को दोनों भाई कबाड़ी सामान उठाते हुए मलइडबरी पहुंचे थे। दोनों ने शेरे पंजाब ढाबा से खाना लेकर बाजार के चबुतरे में बैठे थे, तभी वहां राधेलाल पहुंचा और आरोपितों को क्षेत्र से कबाड़ी सामान नहीं उठाने कहा, जिस पर मृतक राधेलाल निषाद के साथ विवाद तक हुआ। विवाद इतना बढ़ गया कि आरोपित जीवन यादव ने राधेलाल निषाद को चबुतरे में पटक दिया। इसके बाद साइकिल की चैन से गला दबाया। आरोपित देवनारायण ने पत्थर से सिर पर दो-तीन बार हमला किया। इससे घटना स्थल पर ही राधेलाल की मौत हो गई। वारदात के बाद दोनों आरोपित मृतक व अपना साइकिल लेकर अंजोरा भाग गए थे।