CG : बहुचर्चित ट्रांसपोर्टर व कांग्रेसी विक्रम बैस हत्याकांड का मुख्य आरोपी मनीष राठौर आत्मसमर्पण के बाद अन्य मामलें में भेजा गया जेल

हत्याकांड के मुख्य आरोपी को दिया जा रहा संरक्षण, वकीलों की फ़ौज खड़ी कर बचाने का किया जा रहा प्रयास

नारायणपुर : जिला मुख्यालय नारायणपुर में 13 मई 2024 की रात्रि को घटित हत्याकांड से पूरा नारायणपुर सकते में आ गया था, ट्रांसपोर्टर व्यवसायी विक्रम बैस को सुपारी किलर्स द्वारा धारदार हथियार से हमला करते हुए उनके सिर व सीने में गोली मारकर हत्या कर दिया गया था। इस हत्याकांड को काफी गंभीरता से लेते हुए जिला पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार के मार्गदर्शन में तत्काल कार्यवाही तथा साईबर एक्सपर्ट द्वारा आधुनिक तकनीकियों का इस्तेमाल करके विक्रम बैस की चिता ठंडी होने से पहले ही घटना के दो दिनों के अंदर कुल 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था. जिसमें से तीन शूटर थे तथा तीन स्थानीय सहयोगी व हथियार उपलब्ध करवाने वाले। इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड मुख्य आरोपी मनीष राठौर अपने एक अन्य सहयोगी के साथ फरार हो गया था, जो लगभग 8 माह तक पुलिस व जांच एजेंसियों को चकमा देता रहा और अंततः दिनांक 28 जनवरी 2025 को जिला नारायणपुर में न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया लेकिन ताजुब्ब की बात यह है कि उसने न्यायालय में अन्य दो मामलों में गिरफ्‌तारी वारंट जारी होने के कारण आत्म समर्पण किया ना कि विक्रम बैस हत्याकांड के मामले में आत्मसमर्पण किया है|

नारायणपुर न्यायालय में अन्य दो मामलों में जमानत होते ही जिला नारायणपुर पुलिस के द्वारा एक अन्य गंभीर मामले में उसकी तत्काल गिरफ्तारी की गई, जिसे पुलिस अभिरक्षा में पुलिस थाना ले जाया जाकर पूछताछ करने के पश्चात् मनीष राठौर की निशानदेही पर ही उसके निवास स्थान, उसके कार्यालय व उसके गोडाउन की जांच पड़ताल व खोजबीन की गई, जहां धमकी भरे बैनर्स, पोस्टर्स तथा कई अन्य व्यक्तियों के साथ घटना के संबंध में प्लानिंग व अन्य जानकारियां, कई गाडियों के फर्जी नंबर प्लेट आदि अनेक आपत्तिजनक व संदेहास्पद सामग्रियों की बरामदगी की गई तथा जांच पड़ताल पूर्ण कर शाम को न्यायालय में पेश करने ले जाने के दौरान नारायणपुर मुख्य मार्ग पर ही पुलिस की वाहन खराब हो जाने से मनीष राठौर को हथकड़ी लगाकर भारी सुरक्षा घेरे में पैदल ही न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां से उसे जेल अभिरक्षा में भेजा गया है. अभी इस नई गिरफ्‌तारी के संबंध में नारायणपुर पुलिस की ओर से कोई अधिकृत जानकारी प्राप्त नहीं हो सकी है।

विक्रम बैस हत्याकांड के मुख्य आरोपी मनीष राठौर ने सुपारी किलर्स व अन्य सहयोगियों से विक्रम बैस हत्याकांड को अंजाम देकर लगातार फरार रहते हुए पहले छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत का प्रयास किया, लेकिन छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने उसे ट्रायल कोर्ट के समक्ष उपस्थित होने को कहा, किंतु उसने आत्मसमर्पण नहीं किया, इस बीच इस हत्याकांड के दो आरोपियों जसप्रीत सिंह उर्फ पोलू निवासी नारायणपुर तथा राजीव रंजन निवासी भिलाई, जिला दुर्ग को जमानत मिल गई। इसके बाद इस हत्याकांड का मास्टर माइंड मनीष राठौर ने सुप्रीम कोर्ट में जमानत की अर्जी लगवाया, जहां से उसके जमानत पर सुनवाई तारीख तक गिरफ्तारी पर रोक लगवाने में सफल रहा। मनीष राठौर की गिरफ्तारी पर सुप्रीम कोर्ट से कुछ दिनों की राहत तथा दो आरोपियों की जमानत होने में छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक नामी वकीलों की सेवा लेने से एक संदेह को बल मिला है कि इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले मास्टर मांइड मनीष राठौर व अन्य सहयोगियों के सिर पर काफी बड़े लोगों का हाथ हो सकता है, जो लगातार इनके जमानत हेतु नामी वकीलों की सेवा ले रहे हैं।

नारायणपुर में यह चर्चा दबी जुबान से जारी है कि लौह अयस्क ट्रांसपोर्ट व्यवसाय में स्थानीय ट्रांसपोर्टर की प्राथमिकता व हित में अन्य मांगों के लिए विकम बैस द्वारा लगातार कार्यवाही व दबाव से बाहरी ट्रांसपोर्टरों तथा लौह अयस्क खदान के प्रबंधकों को काफी नुकसान हो रहा था। जिसकी परिणति विक्रम बैस की हत्या के रूप में हुई। विक्रम बैस के घोर विरोधी और आपराधिक रिकार्ड वाले मनीष राठौर की दुश्मनी का फायदा उठाते हुए मनीष राठौर को शय दिया गया, जिसने हत्या से गिरफ्‌तारियां और जमानत की पूरी प्लानिंग कर इस हत्याकांड को अंजाम दिया, और अब उसके आकाओं ने सभी की जमानत के लिए आर्थिक सहयोग देना जारी रखा है तथा विक्रम बैस हत्याकांड का शेष एक और फरार आरोपी बिप्लव की गिरफ्तारी अभी बाकी है।

बहरहाल मनीष राठौर जेल में है, लेकिन विक्रम बैस का परिवार काफी सशंकित है और अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर भयभीत भी, क्योंकि मनीष राठौर की गिरफ्‌तारी या समर्पण विक्रम बैस हत्याकांड में नहीं हुई है, इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होना है। मनीष राठौर की आपराधिक प्रवृत्ति व आपराधिक मनोदशा, उसे जमानत मिल जाने पर विक्रम बैस हत्याकांड के पहलुओं को कितना प्रभावित करती है, यह आने वाला समय बतायेगा। किंतु विक्रम बैस के परिवार के सदस्यों ने जिला नारायणपुर पुलिस की कार्यवाही व कार्यप्रणाली पर संतुष्टि व्यक्त किया है।

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