बलरामपुर : रामानुजगंज जिले के जल संसाधन विभाग रामानुजगंज में 8.87 करोड़ रुपए के गबन मामले में पुलिस ने तत्कालीन प्रभारी ईई संजय कुमार ग्रेयकर (44) को गिरफ्तार कर लिया है। प्रभारी ईई ने भू-अर्जन के एवज में मुआवजा वितरण के लिए प्राप्त राशि को चेक के माध्यम से निजी खातों में ट्रांसफर कर लिया था। मामले में जांच के बाद एफआईआर दर्ज की गई।
जानकारी के मुताबिक, जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता एनसी सिंह ने 17 मार्च 2023 को थाना रामानुजगंज में 8.87 करोड़ रुपए के गबन की शिकायत दर्ज कराई थी। संजय कुमार ग्रायकर और उनके सहयोगियों ने भू-अर्जन की शासकीय राशि को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर निजी खातों में स्थनांतरित किया गया।इस गबन के दौरान मार्च 2022 से मई 2022 तक विभिन्न फर्मों और ठेकेदारों को अनुचित भुगतान किया गया। प्राथमिक जांच में मामले की पुष्टि होने पर रामानुजगंज पुलिस ने अपराध क्रमांक 72/2023 के तहत धारा 420, 467, 468, 471, 409 और 120 (बी) के तहत प्रकरण दर्ज किया था। मामला दर्ज होने के बाद जल संसाधन के प्रभारी ईई रहे संजय कुमार ग्रायकर लंबे समय से फरार चल रहे थे। एसपी वैभव बैंकर के निर्देश पर विशेष टीम का गठन कर आरोपी की तलाश की गई। विश्वस्त मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने रायगढ़ से आरोपी को हिरासत में लिया।
पूछताछ में आरोपी ने अपने हस्ताक्षर से शासकीय धन के अनियमित आहरण और कूटरचना कर अवैध भुगतान करने की बात स्वीकार की। गिरफ्तार आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। जल संसाधन के एसडीओ संजय कुमार ग्रायकर को रामानुजगंज के ईई का प्रभार दिया गया था। प्रभार में रहते हुए संजय कुमार ग्रायकर ने विभिन्न सिंचाई योजनाओं के भू-अर्जन के एवज में मुआवजा बांटने के लिए मिली राशि का मद परिवर्तित कर दिया। इसमें कई ठेकेदारों और निजी खातों में चेक के माध्यम से राशि ट्रांसफर कर दी गई। मुआवजा भुगतान नहीं होने पर इसकी शिकायत की गई तो मामले का खुलासा हुआ।