बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में पलारी विकासखंड के ग्राम पंचायत जारा में मनरेगा में हुए घोटाले की जांच के लिए शनिवार को जिला स्तरीय चार सदस्यीय टीम पहुंची। जांच दल ने शिकायत के आधार पर मौके का निरीक्षण किया। साथ ही सरपंच, सचिव, शिकायतकर्ता और ग्रामीणों के सामने शिकायत बिंदु के आधार पर पूछताछ कर प्रतिवेदन तैयार किया है। पूछताछ के दौरान मास्टर रोल में फर्जी नाम अंकित करने जैसी शिकायतें मिली हैं। आरोप है कि सरपंच ने छह लाख से ज्यादा रुपये अपने बेटे को वाउचर से पेमेंट किए हैं।
दरअसल, ग्राम पंचायत जारा में मनरेगा समेत ग्राम पंचायत में विकास कार्य के नाम पर घोटाले की शिकायत भुनेश्वर वर्मा और पंचों ने की थी। इसे लेकर पहले भी दो बार जांच टीम आई थी, लेकिन ग्रामीणों के आपसी खींचतान के कारण लौट गई। तीसरी बार सहायक परियोजना अधिकारी केके साहू के नेतृत्व में जांच दल का गठन किया गया है। जांच अधिकारी ने चार बिंदुओं पर शिकायत मिलने की बात कही है। इसके अलावा जॉब कार्ड में गड़बड़ी को स्वीकारते हुए गांव में कैंप लगाकर त्रुटियों को सुधारने को कहा है।
शिकायतकर्ता भुनेश्वर वर्मा ने सरपंच और सचिव के ऊपर 60 लाख रुपये गबन करने का आरोप लगाया है। कहा कि, शिकायत एसडीएम कार्यालय में की गई है। इसके अलावा सरपंच के द्वारा अपने ही बेटे को 6 लाख 44 हजार का वाउचर पेमेंट किया गया है। वहीं अपने ऊपर लगाए आरोपों को दरकिनार करते हुए सरपंच नारायण प्रसाद साव ने कहा कि, जांच टीम जो भी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी, उसे मानेंगे। हालांकि उन्होंने अपने पुत्र के खाते में ट्रेडर्स के नाम से पैसा डालने की बात को स्वीकार किया है।