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CG : ED ने सीएम की डिप्टी सेक्रेटरी समेत कइयों की 81 संपत्तियों को किया अटैच, 10 को नोटिस जारी

रायपुर। छत्तीसगढ़ में ईडी ने कथित कोयला घोटाले मामले में बड़ी कार्रवाई की है. इस मामले में ईडी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) की डिप्टी सेक्रेटरी सौम्या चौरसिया (Soumya Chaurasia), सूर्यकांत तिवारी (Suryakant Tiwari), आईएएस समीर बिश्नोई (Samir Vishnoi) समेत दूसरे आरोपियों की 91 संपत्तियों में से 81 को ईडी ने अटैच जब्त किया है. इसके अलावा बाकी 10 संपत्ति को खाली करने का आदेश दिया. इसकी जानकारी बुधवार (26 जून) को ईडी ने ट्विटर पर दी है.

दरअसल पिछले साल अक्टूबर 2022 से ईडी ने कोयला ट्रांसपोर्टिंग में गड़बड़ी और अवैध कोल लेवी के मामले में लंबी कार्रवाई की है. इस मामले में 9 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. इसमें 2 बड़े अफसर समेत बड़े कारोबारी शामिल हैं. इस मामले में ईडी ने 1 जून 2023 को मुख्यमंत्री की डिप्टी सेक्रेटरी सौम्या चौरसिया, सूर्यकांत तिवारी, आईएएस समीर बिश्नोई समेत दूसरे आरोपियों की संपत्तियों को कुर्क किया है. इसकी जानकारी ईडी ने बुधवार (21 जून) को ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर दी है.

221 करोड़ रुपए की संपत्ति ईडी ने कर चुकी है जब्त

आपको बता दें कि इससे पहले भी ईडी ने इन लोगों की संपत्तियों को जब्त किया था. बीत माह 9 मई को ईडी के द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि कारोबारी सूर्यकांत तिवारी के साथ शामिल व्यक्तियों के वित्तीय संबंधों का सबूत मिला है. पीएमएलए 2002 के तहत कुर्की की कार्यवाही की गई है. इसके बाद ईडी ने सूर्यकांत तिवारी, निलंबित आईएएस अधिकारी समीर विश्नोई, सौम्या चौरसिया, सुनील अग्रवाल और अन्य की 170 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क कर ली. इन सबको मिलाकर अब तक कुल करीब 221.5 करोड़ रुपए जब्त हो गई है.

कोयला में 540 करोड़ रुपए की अवैध लेवी- ईडी

ईडी ने बताया है कि आयकर विभाग की शिकायत के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की गई है. इसमें अब तक 145 से अधिक परिसरों में तलाशी ली गई है और अब तक 9 अभियुक्तों को पीएमएलए के तहत गिरफ्तार किया गया है. ये सभी न्यायिक हिरासत में हैं. सूर्यकांत तिवारी, सौम्या चौरसिया, आईएएस समीर विश्नोई और अन्य के खिलाफ विशेष न्यायालय (PMLA) में 9 दिसंबर 2022 और 30 जनवरी 2023 को अभियोजन परिवाद दायर किया गया. ईडी की जांच से पता चला है कि इस जबरन वसूली रैकेट में 540 करोड़ रुपये के अपराध की आय अर्जित की गई थी. इस पर आगे की कार्रवाई जारी है.

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