रायपुर। आपको यह खबर हैरान कर सकती हैं। बता दे कि रायपुर के इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में वर्ल्डकप का इस दफे भी एक भी मैच नहीं होगा, इसके कई कारण हो सकते हैं। लेकिन आपको जानकर हैरत होगी कि वर्ल्ड क्लास सुविधाओं वाले इस स्टेडियम के पास अपना खुद का स्थाई बिजली कनेक्शन तक नहीं। यही नहीं करीब सवा 3 करोड़ रुपए के भारी भरकम बिजली बिल के बोझ तले स्टेडियम दबा हुआ है। जब बिजली नहीं होगी तो जगमग रौशनी नहीं होगी और जब रोशनी नहीं होगी तो मैच का सवाल ही नहीं उठता। अब तो नियमित देखरेख के अभाव में ज़मीन भी दीमक खोखले करते जा रहे हैं।
आपको बता दें कि भारत का तीसरा और विश्व का चौथा सबसे बड़ा स्टेडियम, विश्व स्तरीय सुविधाओं से लैस 50 हजार से ज्यादा लोगों के बैठने की क्षमता, लेकिन जानकर हैरत होगी कि इस स्टेडियम के पास स्थाई बिजली कनेक्शन तक नहीं है। बिजली विभाग ने स्टेडियम में 2010 में स्थाई कनेक्शन दिया था, लेकिन उसके बाद से 2018 तक बिजली बिल एक बार भी भुगतान नहीं किया गया और अब ये बकाया लगभग 3 करोड 16 लाख रुपए तक पहुंच गई है। लिहाजा बिजली विभाग ने पहले कनेक्शन काटा औऱ फिर बाद में मीटर भी हटा दिया। लेकिन इसके बाद भी खेल विभाग ने बिजली का बिल जमा नहीं किया और अब बिजली विभाग खेल विभाग को नोटिस जारी करने जा रहा है। और तो और बिल नहीं भरने की सूरत में कुर्की तक की तैयारी में है।
शहीद वीर नारायण सिंह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम वैसे तो खेल विभाग के अधीन है, लेकिन ग्राउंड मेंटेनेंस का काम छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ के पास है। बिजली का स्थाई कनेक्शन कटने के बाद क्रिकेट संघ ने स्टेडियम मेंटेनेंस के लिए अस्थाई कनेक्शन ले रखा है, जिसका बिल भुगतान हर महीने हो रहा है। क्रिकेट संघ के पदाधिकारियों के मुताबिक क्रिकेट संघ स्टेडियम को लीज पर लेना चाहता है। इसके लिए खेल विभाग से बातचीत भी जारी है। लीज पर मिलने के बाद पूरे स्टेडियम का मेंटेनेंस क्रिकेट संघ अपनी दखरेख में करेगा। उसके बाद व्यवस्थाएं कुछ दुरुस्त होंगी ऐसा माना जा रहा हैं।
शहीद वीर नारायण सिंह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में इसी साल के शुरुआत में पहला अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया, जो सफल रहा। मतलब साफ है की इस स्टेडियम में सभी वर्ल्ड क्लास की सुविधा उपलब्ध है। लेकिन बावजूद इसके वर्ल्ड कप क्रिकेट का एक भी मुकाबला क्यों नही मिला? वैसे तो इसके कई कारण है, लेकिन स्टेडियम में रौशनी करने के लिए बिजली का स्थाई कनेक्शन का न होना भी एक कारण माना जा रहा है। अब वजह चाहे जो भी हो छत्तीसगढ़ वासी विश्व कप क्रिकेट के मैचों को खुली आँख से मैदान में बैठकर देखने से वंचित रह गए हैं।