कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर में डीएमएफ फंड से सोलर लाइट लगाने को लेकर बड़ा फर्जीवाड़ा पकड़ा गया है। बिना सोलर लाइट लगे ही 14.40 लाख रुपये का भुगतान कर दिया गया। मामले की जांच के बाद जनपद पंचायत सीईओ, इंजीनियर और ठेकेदार के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज की गई। इसमें पुलिस ने मंगलवार को जनपद सीईओ को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि इंजीनियर और ठेकेदार फरार बताए जा रहे हैं। दोनों आरोपियों की तलाश की जा रही है।
जिला खनिज न्यास निधि अंतर्गत साल 2021-22 में ग्राम पंचायत बोन्दानार में 30 सोलर लाइट लगाने के लिए 14.40 लाख रुपये स्वीकृत किए गए थे। गड़बड़ी की शिकायत मिलने पर कलेक्टर ने जांच समिति गठित की थी। जांच में पाया गया सोलर स्ट्रीट लाइट लगाए बिना ही राशि का भुगतान ठेकेदार की फर्म को कर दिया गया। इसके बाद तत्कालीन जनपद सीईओ पीआर साहू, उप अभियंता विद्युत ग्रामीण यांत्रिकी सेवा युगल किशोर ध्रुव, प्रोपराइटर मेसर्स आरबी डॉलर्स एण्ड कोंडागांव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई।
आरोप है कि तीनों ने मिलकर फर्जी बिल, फर्जी दस्तावेज, फर्जी रिपोर्ट बनाकर रकम निकाली और गबन कर लिया। मामले में ताड़ोकी थाना में सरकारी कार्य में धोखाधड़ी तथा फर्जीवाड़ा के मामले में तीनों के खिलाफ धारा 120 बी, 409, 420, 467, 468 तथा 471 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। एडिशनल एसपी खोंमन सिन्हा ने बताया कि आरोपियों के गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गई थी। बीजापुर से प्रकरण के मुख्य आरोपी पीआर साहू तत्कालीन सीईओ को गिरफ्तार कर लिया गया है।