रायपुर। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर इंडी अलायंस में दरार पड़ती दिखाई दे रही है। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के नेता आमने-सामने आ गए हैं। दोनों दलों के बीच हो रही तकरार पर रायपुर से भाजपा सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि ‘इंडी अलांयस’ का पहले भी नापाक गठबंधन था। जिनका नापाक गठबंधन होता है, वे कभी भी सफल नहीं होते हैं। ईवीएम पर एनसीपी शरद गुट के नेताओं के बयान पर भाजपा सांसद ने कहा कि राहुल गांधी और उनकी कांग्रेस पार्टी अब समाप्त होने की कगार पर पहुंच गई है। पहले ममता बनर्जी ने विरोध किया। इससे पहले लोगों ने विरोध किया। अब शरद पवार की पार्टी ने ईवीएम पर कांग्रेस को आईना दिखा दिया है। मुझे लगता है कांग्रेस के लिए चुल्लू भर पानी भी नहीं बचा है।
वीर बाल दिवस पर भाजपा सांसद ने कहा कि निश्चित रूप से इस देश का इतिहास कुर्बानी का रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने वीर बाल दिवस की प्रेरणा देकर पूरे देश में जो कार्यक्रम प्रारंभ किया है, उसने हमारे सिख समाज के बलिदान को पूरे देश में रेखांकित किया है। पीएम मोदी के नेतृत्व में यह देश के विकास में एक मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया। पोस्ट में उन्होंने लिखा कि “वीर बाल दिवस” के अवसर पर मातृभूमि एवं धर्म के रक्षार्थ अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज के अमर बलिदानी साहिबजादों को कोटि-कोटि नमन। राष्ट्र और धर्म की रक्षा के लिए साहिबजादों का बलिदान समस्त देशवासियों को युगों-युगों तक प्रेरित करता रहेगा।
दूसरे पोस्ट में उन्होंने लिखा कि साहिबजादों के बलिदान से प्रेरणा लेकर बच्चों को धर्म, सत्य और कर्तव्य के मार्ग पर चलने का संदेश देते हुए आज शिक्षा विभाग द्वारा यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष रमन सिंह ने वीर बाल दिवस के मौके पर कहा कि इस देश में बड़ी शहादत जो पांच साल और सात साल के बच्चों ने दी थी, वह शहादत दुनिया के इतिहास में लिखा जाएगा। गुरु गोविंद सिंह के चारों शहजादों ने बलिदान दिया और उसमें छोटे शहजादे बाबा जोरा सिंह, बाबा फतेह सिंह, उसके साथ ही साथ बाबा जीर सिंह और जीजार सिंह चमकौर ने युद्ध में शस्त्र उठाकर मुगलों को चुनौती देकर युद्ध किया। सिखों के नौवें गुरु तेग बहादुर की शहादत कश्मीरी ब्राह्मणों की रक्षा करते हुए हुई। यह इतिहास है कि पहले गुरु से लेकर दसवें गुरु तक धर्म की रक्षा के लिए, देश की रक्षा के लिए, संस्कृति की रक्षा के लिए सब कुछ कुर्बान कर देना यह वीरता का प्रतीक चिह्न है। उनके सम्मान में 26 दिसंबर को वीर बालक दिवस मना रहे हैं। रमन सिंह ने कहा कि वह पीएम मोदी का आभार जताना चाहते हैं और बच्चों के पाठ्यक्रम में इसे शामिल करने के लिए जोर दिया जिससे देश का इतिहास बच्चों को पढ़ाया जाए।