CG तूफान से जलाशय में डूबी नाव : 36 घंटे बाद मिली तांदुला डेम में मछली मारने गए मछुआरे की लाश

बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में तूफान की वजह से तांदुला जलाशय में एक नाव डूब गई थी। इस दौरान मछली पकड़ने गया मछुआरा गुरुवार शाम 1 मई से लापता था। नाव में सवार मछुआरे का नाम सोमन कुमार निषाद (40) है, जिसकी लाश 36 घंटे बाद जलाशय में तैरती मिली है। मृत मछुआरा ग्राम बोरिद का रहने वाला था। मछुआरे को खोजने के लिए एनडीआरऍफ़ की टीम रेस्क्यू अभियान चला रही थी।
डोंगा में सवार बोरिद गांव निवासी सोमन कुमार निषाद (48) तुफान की वजह से पानी में डूब जाने से लापता हो गया था। 24 घंटे बाद भी युवक का पता नहीं चल सका था। जानकारी के मुताबिक, सोमन निषाद रोज की तरह थर्मोकोल से बनी डोंगा लेकर गुरुवार शाम जाल के साथ तांदुला डेम गया था। करीब शाम 5 बजे अचानक तेज आंधी और तूफान शुरू हो गया। जिससे जलाशय में बड़ी-बड़ी लहरें उठने लगीं, अचानक मौसम परिवर्तन होने से तेज हवा बारिश और तेज लहरों में थर्मोकोल से बनी डोंगा लहरों की चपेट में आकर उछल गई।
डोंगा में सवार सोमन निषाद जलाशय में गिर गया, रात्रि 8 बजे के आसपास हवा , तूफान के थमने के बाद भी सोमन निषाद के घर नहीं पहुंचने पर परिजन चिंतित हो गए और सोमन निषाद की पतासाजी करने जलाशय की ओर गए। जलाशय के छोर में बनाए गए अस्थाई मछुवारो के कैंप में जानकारी लेने पर सोमन निषाद की कोई खबर नहीं मिलने पर परिजनों का बुरा हाल था।
डटी ही रही एनडीआरऍफ़ की टीम
शुक्रवार 2 मई को सुबह से शाम तक मछुवारों के साथ ग्रामीण नाव के सहारे जलाशय के पानी में सोमन की खोजबीन करते रहे। लेकिन सोमन निषाद का कोई पता नहीं चला मछुआरों ने शनिवार सुबह से सोमन निषाद की खोजबीन करने की बात कही बालोद थाना में उक्ताशय की जानकारी देने के बाद पुलिस दल ग्राम बोरिद पहुंचकर घटना की जानकारी ली और सोमन निषाद को खोजने के लिए एनडीआरएफ की टीम मौके पर शाम तक रेस्क्यू अभियान चलाई। लेकिन सोमन निषाद का कुछ पता नहीं चल पाया था।
ग्राम बोरिद के ग्रामीण,परिजन सुबह से मछुवारों के साथ जलाशय के किनारे डटे हुए थे 24 घंटे होने के बाद भी सोमन निषाद के संबंध में कोई जानकारी नहीं मिलने पर चिंतित नजर आ रहे थे। सोमन निषाद की धर्मपत्नी सहित उसके दो लड़की एक लड़का किसी अनहोनी को लेकर गंभीर नजर आ रहे थे, और अंत में यही हुआ।