कोरबा : शहर के आदर्श विहार निवासी और अमृता ज्वेलर्स के संचालक गोपाल राय सोनी की हत्या के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि एक फरार है। वहीं इस मामले में दीपक नामक एक युवक की भूमिका के बारे में भी पता चला है। पुलिस का दावा है की चोरी करने की योजना बनाने के चक्कर में आरोपियों से हत्या हो गई। पुलिस ने मामले की गहराई तक जाने के लिए सैकड़ो की संख्या में सीसीटीवी फुटेज खगाले और 6 दिन तक जमकर मेहनत की। बिलासपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक डॉक्टर संजीव शुक्ला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया से बातचीत करते हुए इस विषय के संबंध में जानकारी दी।
5 जनवरी की रात लगभग 10:00 बजे अमृता ज्वेलर्स के संचालक गोपाल राय सोनी के घर में घुसकर नकाबपोशों ने इस घटना को अंजाम दिया था। उनकी चार पहिया वाहन नहीं मिलने पर पुत्र नचिकेता राय सोनी ने भीतर का हाल-चाल जाना और फिर इस बारे में पुलिस को जानकारी दी। जांच पड़ताल के अंतर्गत घटना के तीसरे दिन बालको नगर के रिश्तेदार क्षेत्र में मृतक गोपाल राय की लूटी हुई कर मिली थी जिसके बाद से पुलिस ने अपनी जांच को और तेज किया।
पुलिस महानिरीक्षक डॉ शुक्ला ने बताया कि अब तक की विवेचना मे पाया गया कि मुतक गोपाल राय सोनी के यहा ड्राईवरी करने वाले दोनो भाईयों क्रमशः सूरज पुरी गोस्वामी एवं आकाश पुरी गोस्वामी द्वारा योजनाबद्ध तरीके से मोहन मिंज के साथ मिलकर गोपाल राय सोनी के घर से अंमृता ज्वेलर्स कि चाभी चुराकर उसी की क्रेटा कार मे जाकर जेवरात् नगदी चोरी करने कि योजना बनाई गई थी। परन्तु पहचान हो जाने से गोपाल राय सोनी के साथ हुए संघर्श मे धारदार हथियार से सुरज एवं मोहन मिंज ने मिलकर हत्या कर दी। मोहन मेंस और आकाश गोस्वामी को गिरफ्तार किया गया है जबकि सूरज फरार है
मीडिया ट्रायल के दौरान आरोपियों ने बताया कि उनकी योजना चोरी करने की थी लेकिन भूलवस हत्या हो गई। मौके से जो अटैची मिली है उसमें किसी प्रकार की धनराशि का सामान नहीं था, यह दावा भी आरोपियों के द्वारा किया गया। सर्राफा कारोबारी गोपाल राय सोनी के यहां कोई घटना के दौरान लूटी गई क्रेटा कर और एक मोबाइल को पुलिस ने बरामद कर लिया है। पूरे मामले को सुलझाने के लिए भारतीय पुलिस सेवा के दो और राज्य पुलिस सेवा के कई अधिकारी समेत 80 पुलिसकर्मियों ने अपनी सेवाएं दी।