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CG : ट्रिपल इंजन सरकार पर बीजेपी का फोकस, सीनियर नेताओं के लिए बनी खास रणनीति, जानें क्या है प्लान

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रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा, लोकसभा के बाद नगरीय निकाय चुनाव के लिए बीजेपी ने तैयारी शुरू कर दी है। 10 जुलाई को प्रदेश स्तरीय कार्यसमिति की बड़ी बैठक के बाद अब 15 जुलाई से 27 जुलाई तक जिला और मंडल स्तर पर कार्यसमिति की बैठक की जा रही है। लक्ष्य साफ है कि पंचायत से संसद तक बीजेपी की सरकार चाहिए। तमाम बैठकों में बीजेपी का फोकस नगरीय निकाय चुनाव में जीत है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि निगम और मंडल में सीनियर नेताओं को पद मिल सकता है।

सीनियर नेताओं को अहम जिम्मेदारी
कार्य समिति की बैठक के बाद बीजेपी की कोशिश यही है कि विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में जीत के बाद अब छत्तीसगढ़ नगरीय निकायों में भी भारतीय जनता पार्टी का पताका का लहराया जाए। विधानसभा चुनावों में जीत के मास्टरमाइंड नितिन नवीन को भी छत्तीसगढ़ की कमान मिल चुकी है। नितिन नबीन ने खास रणनीति बनाते हुए विधानसभा में जन-जन तक बीजेपी की बातों को पहुंचने में अहम भूमिका निभाई है। कयास यही लगाए जा रहे हैं कि पार्टी के सीनियर नेताओं को नगरीय निकायों के जिम्मेदारी भी जल्द संभालने को मिल जाएगी। बीजेपी के प्लॉन से या साफ है कि छत्तीसगढ़ में पूरी तरीके से बीजेपी का दबदबा बरकरार रहना चाहिए।

जिला और मंडल स्तर शिकार समिति की बैठकों में कार्यकर्ताओं को चार्ज करने का काम किया जा रहा है। इसी के साथ विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में जीत की बधाई भी दी जा रही है। वहीं समीकरण के हिसाब से नगरी निकायों में सीनियर नेताओं को दायित्व सौंपने की बात ने भी रफ्तार पकड़ ली है। सीनियर नेता अपने-अपने क्षेत्र को लेकर तैयारी भी शुरू कर चुके हैं।

नगरीय निकायों में जीत हुई तो निगम मंडल मिलेंगे
छत्तीसगढ़ में सरकार बनने के बाद निगम मंडल और आयोग में नियुक्तियां बाकी है। लोकसभा चुनाव में परिणाम के बाद से चर्चा तेज हो गई कि कभी भी निगम मंडल और आयोग में नियुक्तियां की जा सकती हैं। फिलहाल इन खबरों पर ब्रेक इसलिए लग गया है, क्योंकि बीजेपी के भीतरखाने यह चर्चा हो रही है कि जिन बीजेपी नेताओं ने विधानसभा और लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया है, उन्हें निगम मंडल और आयोगों में पद मिलेंगे।

अब कहा जा रहा है कि जिन नेताओं ने विधानसभा और लोकसभा चुनाव में पार्टी के लिए अच्छा काम किया है उन्हें नगरीय निकाय चुनाव में भी अच्छा प्रदर्शन करना होगा। उसके बाद भी उन्हें निगम या मंडल में अहम पद दिए जा सकते हैं।

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