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CG – BJP पार्षद को उसी के पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पीटा : मुक्तिधाम की जमीन पर कब्जे को लेकर दोनों गुट भिड़े, थाने तक पहुंचा मामला

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में बीजेपी के पार्षद की उसी के पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा पिटाई कर दिये जाने का मामला सामने आया हैं। बताया जा रहा हैं कि मुक्तिधाम की जमीन पर कब्जा करने को लेकर ये विवाद हुआ और फिर नाराज बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने दबंगई दिखा रहे पार्षद की पिटाई कर दी। इस घटना के बाद पार्षद ने मामले की शिकायत थाने में भी की थी। लेकिन विवाद बढ़ने की जानकारी के बाद पूर्व विधायक के द्वारा मामले में बीच-बचाव कर दोनों पक्षों को शांत करा लिया गया।

गौरतलब हैं कि छत्तीसगढ़ में इस वर्ष के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में जहां राजनीतिक पार्टियां एकजुट होकर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही हैं। वही राजधानी रायपुर में निजी स्वार्थ के लिए बीजेपी के पार्षद और कार्यकर्ता आपस में ही भिड़ गये। जानकारी के मुताबिक पूरा घटनाक्रम रायपुर के टिकरापारा थाना क्षेत्र का हैं। बताया जा रहा हैं कि रायपुर के रविंद्र नाथ टैगोर वार्ड में मुक्तिधाम की जमीन कब्जाने को लेकर यह विवाद शुरू हुआ। विवाद में भाजपा के दो गुट आपस में भिड़े। एक गुट में स्थानीय पार्षद रवि ध्रुव और दूसरा इसी इलाके के भाजपा कार्यकर्ता विनय साहू का था। जमीन पर कब्जा करने को लेकर शुरू हुए विवाद में भाजपा नेताओं के एक गुट ने पार्षद के साथ गाली-गलौज की और फिर उसकी पिटाई कर दी। इस घटना से आक्रोशित होकर पार्षद ने रवि ध्रुव ने मामले की शिकायत थाने में दर्ज करायी। शनिवार को इस मामले में पुलिस ने विनय आौर उसके साथियों को पूछताछ के लिए थाने में बुलवाया गया। इस दौरान दूसरा गुट भी थाने पहुंच गया था।

मारपीट और विवाद की खबर लगते ही पूर्व विधायक नंदे साहू मध्यस्थता कराने थाने पहुंचे। पुलिस पूछताछ कर रही थी, तभी पूर्व विधायक ने विनय और उसके लोगों को थाने के बाहर ले जाकर आपस में विवाद नही करने की समझाईश दी गयी। इस दौरान विनय के लोग भी पार्षद पर कार्रवाई की मांग पर अड़े थे। काफी देर तक थाने में गहमा-गहमी होती रही। इसके बाद दोनों पक्षों को समझाकर पूरे मामले को रफा-दफा किया गया।

उधर टिकरापारा थाना प्रभारी अमित बेरिया ने बताया कि पार्षद रवि ने विनय के साथ झगड़ा और मारपीट की शिकायत की थी। इस आवेदन की जांच करते हुए पुलिस दूसरे पक्ष को थाने में तलब किया गया था। लेकिन इस दौरान दूसरे पक्ष ने बाहर जाकर शिकायतकर्ता से बात की, और फिर दोनों पक्ष ने समझौता कर लिया। थाना प्रभारी ने बताया कि पूर्व विधायक नंदे साहू भी इस घटना की जानकारी के बाद थाने आए थे। अपनी पार्टी के नेताओं को वो समझा रहे थे। जिसके बाद किसी भी तरह की कार्रवाई नही चाहने का आवेदन दिया गया हैं।

 

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