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CG – ऐसा गांव जहां के हर घर में बैठा है एक Youtuber; 7 साल पहले ऐसे हुई थी शुरुआत, प्रशासन ने बना दिया हाईटेक स्टूडियो

रायपुर। छत्तीसगढ़ का एक ऐसा गांव भी चर्चा में है, जहां के हर घर में एक यूट्यूबर बैठा है। जनरपट इसी गांव से आपको रू-ब-रू करा रहा है। आइए जानें, कलाकारों के इस गांव की कहानी, जहां जानी-मानी फिल्म अदाकारा स्वरा भास्कर अपनी हालिया फिल्म ‘मिसेज फलानी’ की शूटिंग के लिए पहुंची थी। छत्तीसगढ़ के रायपुर से जिले से 60 किमी दूर तुलसी नेवरा गांव के घर-घर में यूट्यूबर्स हैं। लोगों में जुनून ऐसा है कि यहां के युवा सरकारी नौकरी छोड़कर यू-ट्यूब से पैसा कमा रहे हैं। वर्तमान में यहां के 60 फीसदी लोग वीडियो और रील्स में एक्टिंग कर रहे हैं।

इस गांव के लोग वर्षों से त्योहारों पर नाटक और रामलीला के मंचन से अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं। उसी से प्रेरित होकर लोग पिछले सात वर्षों से यूट्यूब पर वीडियो डालकर अच्छी कमाई कर रहे हैं। उसमें से कई चैनल तो ऐसे हैं जिनके पास लाखों सबस्क्राइबर्स हैं। इसको देखते हुए सरकार ने इस गांव में हाईटेक स्टूडियो बना दिया है। इसमें करीब 25 लाख रुपए खर्च किए गए हैं । इसके लिए नेवरा तुलसी गांव के लोगों ने प्रशासन से कई बार मांग की थी कि गांव में स्टूडियो बनाया जाए।

इस गांव के ज्ञानेंद्र एसबीआई में नेटवर्क इंजीनियर का काम करते थे। 2013-14 में उन्होंने नौकरी छोड़कर अपने दोस्तों के साथ मिलकर विंग छत्तीसगढ़िया चैनल के नाम से 2016 में छत्तीसगढ़ी में शार्ट कॉमेडी फिल्म बनाई। इसे मोबाइल से शूट कर, एडिट करके यू-ट्यूब पर डाला गया। इसकी पिक्चर क्वालिटी खराब थी, लेकिन फिर भी इसे खूब पसंद किया गया। इसके बाद गांव की रामलीला मंडली साथ में जुट गई। वे अब तक यहां 400 के आसपास वीडियो बना चुके हैं और इस चैनल के 1.21 लाख सब्सक्राइबर हैं। इसके बाद चैनल खुलने लगे और अब गांव में लगभग 40 यू-ट्यूब चैनल हैं।

इस गांव की आबादी 4 हजार है और 60 प्रतिशत लोग यू-ट्यूबर्स है। गांव के आसपास स्टूडियो नहीं था। 10 मिनट का वीडियो एक्सपोर्ट करना पड़ता है, तो इसमें 7-8 घंटे लग जाते थे। ग्रामीणों के अनुसार गांव में हाईटेक स्टूडियो बनने से अब वीडियो क्वालिटी और एडिटिंग अच्छी होगी। यहां के यूट्यूब चैनलों में बिइंग छत्तीसगढ़, आदित्य बघेल, निमगा छत्तीसगढ़िया, गोल्ड सीजी 04. गोल्ड डोज, फन टपरी. मिस्टर रजो हमर छत्तीसगढ़, बैंक बेंचर्स क्रिएशन आदि यूट्यूब चैनल सबसे अधिक प्रसिद्ध हैं।

जिले के इस अनूठे यूट्यूबर गांव तुलसी नेवरा में उस समय यूट्यूबर युवाओं के समूह में खुशी की लहर दौड़ उठी, जब कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे उनके बीच उनके गांव पहुंचे और उनके लिए विशेष स्टूडियों ’’हमर फ्लिक्स’’ का उद्घाटन किया. यह स्टूडियो जिला प्रशासन और सीएसआर हाईटेक ने बनाया है. प्रदेश का अनूठा यूट्यूबर विलेज है, जहाँ 40 युवा यूट्यूबर का काम करते हैं, जिनके 10 लाख से भी ज्यादा फॉलोवर्स हैं. इनके बनाये वीडियो में 3 करोड़ से ज्यादा व्यू मिले हैं.

तुलसी गांव का हमर फ्लिक्स स्टुडियों यूट्यूबर्स और क्रिएटर्स के लिए आवश्यक उपकरण से लैस है. अत्याधुनिक कैमरे, ड्रोन कैमरे, हाइएंड कंप्यूटर जैसे उपकरण जिला प्रशासन ने उपलब्ध कराए हैं. शूटिंग के साथ-साथ एडिटिंग के लिए भी सॉफ्टवेयर्स की व्यवस्था की गई है. स्टूडियो में ऑडियो लैब भी बनाया गया है, जहां ऑडियो मिक्सर सॉफ्टवेयर और उपकरण से क्रिएटर्स आसानी से ऑडियो रिकॉर्डिंग और मिक्सिंग कर पाएंगे. साथ ही पॉडकास्टिंग भी कर पाएंगे. 25 लाख की लागत से इस स्टूडियों को तैयार किया गया है. साथ ही यह आर्टिस्ट एसोसिएशन भी बनाया जाएगा, जिसके लिए जिला प्रशासन आर्ट से संबंधित संस्थानों के साथ एमओयू कर युवाओं को डिजिटल क्षेत्र में बेसिक और प्रोफेशनल कौशल सीखा कर उन्हें भविष्य के लिए तैयार कर पाएंगे.

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