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सुपेला थाने का हेडकांस्टेबल के साथ कार ड्राइवर गिरफ्तार, 10 नवंबर तक ईडी की रिमांड पर

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रायपुर : महादेव एप सट्टेबाजी मामले में शुक्रवार को ईडी की टीम ने सुपेला पुलिस थाने में पदस्थ हेडकांस्टेबल भीम सिंह यादव और कार ड्राइवर आसिम दास बंगाली को गिरफ्तार कर देर शाम को विशेष न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत की कोर्ट में पेश किया। ईडी की ओर से दोनों से पूछताछ करने रिमांड की मांग की गई। न्यायाधीश ने दोनों आरोपितों को 10 नवंबर तक ईडी की रिमांड पर भेजने का आदेश दिया।

ईडी के अधिवक्ता सौरभ पांडेय ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने गुरुवार को रायपुर के तेलीबांधा स्थित एक होटल के सामने एक कूरियर के एसयूवी वाहन से लगभग 3.12 करोड़ रुपये जब्त किया था।ईडी को आशंका है कि यह राशि संयुक्त अरब अमीरात से चुनाव में खर्च करने के लिए भेजी गई थी।हिरासत में लिए गए कूरियर कर्मी की निशानदेही पर भिलाई में रायगढ़ के एक कारोबारी के कार ड्राइवर आसिम दास उर्फ बप्पा के हाउसिंग बोर्ड जामुल के ब्लाक-15, क्वार्टर नंबर-17 निवास पहुंची।इससे पहले आसिम फरार हो चुका था।

टीम के अधिकारी मकान में लगे ताले को तुड़वाकर घुसे और तलाशी ली तो दीवान के नीचे और कमोड में भी छिपाकर रखे गए करीब दो करोड़ रुपये मिले। इसके बाद ईडी की टीम ने आसिम दास को गिरफ्तार कर लिया।उससे पूछताछ के बाद सुपेला पुलिस थाने में पदस्थ हेड कांस्टेबल भीम सिंह यादव को दबोचा गया। पहले भी भीम सिंह का नाम महादेव एप सट्टेबाजी मामले में आ चुका है और ईडी उससे पूछताछ भी कर चुकी है।

ऐसे की घेराबंदी

ईडी के सात अधिकारियों की टीम गुरूवार को अर्द्धसैनिक बल के जवानो के साथ दिल्ली पासिंग तीन गाड़ियों से रायपुर पहुंची।इस टीम में एक महिला अधिकारी भी शामिल थी।दोपहर एक बजे कूरियर कर्मी नकदी 3.12 करोड़ रूपये के साथ हिरासत में लेने के बाद टीम भिलाई रवाना हुई।बताया जाता है कि दोपहर लगभग तीन बजे कुछ युवक बोरों में कुछ लेकर आसिम के घर पहुंचे थे। बोरे छोड़कर वे चले गए थे।

दो करोड़ से अधिक की रकम जब्त

ईडी की टीम आसिम के घर में छापा मारकर वहां से नकदी दो करोड़ से अधिक की रकम जब्त की। देर रात टीम ने छानबीन करने के बाद आसिम को दबोचा। आसिम पूर्व में भिलाई की पार्षद और मेयर इन कौंसिल (एमआइसी) प्रभारी रीता गेरा का ड्राइवर रह चुका है। बताया जा रहा है कि जब्त की गई रकम महादेव सट्टा एप के संचालकों ने हवाला के जरिए यहां भेजी थी।

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