रायपुर। भाजपा का सदस्यता अभियान अंतिम चरण पर है। अब तक 54 लाख से ज्यादा सदस्य बन गए हैं। प्रदेश की 90 विधानसभाओं में विधायक राजेश अग्रवाल और सदस्यता अभियान समिति के संयोजक अनुराग सिंहदेव की अंबिकापुर विधानसभा सबसे ज्यादा एक लाख से ज्यादा सदस्य बनाकर पहले स्थान पर है। राजधानी रायपुर की चार विधानसभाओं में विधायक राजेश मूणत की विधानसभा रायपुर पश्चिम टॉप टेन में शामिल है। दो मंत्रियों ओपी चौधरी और लखनलाल देवांगन की विधानसभाएं भी टॉप टेन में शामिल हैं। सबसे कम सदस्य बनाने के मामले में कोंटा विधानसभा अंतिम स्थान पर है। उसके खाते में 12436 सदस्य हैं। यहां पर भाजपा का विधायक नहीं है।
भाजपा के सदस्यता अभियान में विधानसभा वार तो लक्ष्य तय नहीं किया गया है, लेकिन हर बूथ में दो सौ सदस्य बनाने का लक्ष्य जरूर तय है, इसी के साथ जिलों का भी लक्ष्य तय है। विधायकों के साथ सांसदों का भी लक्ष्य तय किया गया है। सांसदों में तीन ही सांसद जहां 20 हजार सदस्य के लक्ष्य के पार गए हैं, वहीं विधायकों में 11 विधायक दस हजार के लक्ष्य तक नहीं पहुंचे हैं। इसको लेकर राष्ट्रीय संगठन खफा भी है। 22 नवंबर को दिल्ली में होने वाली बैठक में सबकी कुंडली रखी जाएगी।
फिसड्डी विस के विधायक भी फिसड्डी
जो दस विधानसभाएं फिसड्डी साबित हुई हैं, उसमें जहां आधा दर्जन में भाजपा के विधायक नहीं हैं। वहीं जिन चार विधानसभाओं में भाजपा के विधायक हैं, वो भी सबसे कम सदस्य बनने वालों की सूची में हैं। इसमें दंतेवाड़ा के चैतराम अटामी के खाते में महज 832 सदस्य हैं, वहीं अंतागढ़ के विक्रम उसेंडी ने 1034, चित्रकोट के विनायक गोयल ने 4926 और लुंड्रा के विधायक प्रबोध मिंज ने 7488 सदस्य बनाए हैं।