हमीरपुर. यूपी के हमीरपुर में 2 पत्रकार को निर्वस्त्र कर पीटने का मामला तुल पकड़ जा रहा है. इस मामले में अखिलेश यादव ने सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा, भाजपा राज में मीडिया के ‘मनोबल के एनकाउंटर’ का हर हथकंडा अपनाया जा रहा है.
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया X पर लिखा- ‘एक पत्रकार की हत्या, पत्रकारों पर दबाव बनाना, पत्रकारों को महीना बाँधना, पत्रकारों पर एफ़आइआर कराना, पत्रकारों को निर्वस्त्र करके मारना और पत्रकारों को अवांछित पेयपान कराना… भाजपा राज में मीडिया के ‘मनोबल के एनकाउंटर’ का हर हथकंडा अपनाया जा रहा है. मीडिया कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा.’
ये है पूरा मामला
मामला हमीरपुर जिले के जारिया थाना क्षेत्र के सरीला नगर पंचायत का है. जहां भाजपा के नगर पंचायत अध्यक्ष पवन अनुरागी ने कस्बे के दो पत्रकारों को अपने घर में मुलाकात के बहाने बुलाया और बंधक बना लिया. बीजेपी नेता ने अपने गुर्गों की मदद से दोनों पत्रकारों की निर्वस्त्र कर पिटाई करवा दी. वहीं मारपीट का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया. भाजपा नगर पंचायत अध्यक्ष का दिल इतने में नहीं भरा तो उसने अपने पद का इस्तेमाल करते हुए दोनों पत्रकारों पर एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज करवा दिया.
पेशाब पिलाने का आरोप
पत्रकारों को सरीला नगर पंचायत अध्यक्ष पवन अनुरागी ने अपने एक बाबू की मदद से घर पर बुलाया था. जिसमें अध्यक्ष और पत्रकारों के बीच समझौते करने की बात की जा रही थी. जब पत्रकार उसके घर पहुंचे तो अध्यक्ष ने अपने गुर्गों की मदद से पहले उन्हें जबरन शराब पिलाई, फिर निर्वस्त्र कर उनकी जमकर पिटाई करवा दी. वहीं पिटाई का वीडियो भी बनवाया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. पीड़ित पत्रकार की माने तो उन्हें जबरन बंधक बनाकर पीटा गया और उन्हें पेशाब भी पिलाई गई