अहमदाबाद : अरब सागर में 10 दिनों तक छाए रहने के बाद चक्रवात ‘बिपरजॉय’ ने गुजरात के कच्छ जिले में जखाऊ बंदरगाह से टकरा गया। चक्रवात के कारण कच्छ और सौराष्ट्र तटों के आसपास तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई।
बीती रात बहुत चुनौतीपूर्ण थी: हर्ष संघवी
गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने बताया कि बीती रात बहुत चुनौतीपूर्ण थी। आज फिर टीम गुजरात उसी साहस के साथ ग्राउंड जीरो पर काम कर रही है। सरकार के प्रो एक्टिव काम के कारण आज सुबह 8 बजे तक किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। कुछ लोग घायल हुए हैं जिनका इलाज चल रहा है। तेज हवाओं के कारण कई जगह पर बिजली के खंभे और पेड़ गिरे जिसे पुलिस, NDRF, SDRF की टीम ने साथ मिलकर तुरंत हटाया।
राजकोट के अलावा कहीं और भारी बारिश नहीं हो रही
एनडीआरएफ के DG अतुल करवाल ने बताया कि लैंडफॉल से पहले 2 लोगों की मृत्यु हुई थी। लैंडफॉल के बाद कोई जनहानि नहीं हुई। 24 जानवरों की मृत्यु हुई है और 23 लोग घायल हुए हैं। करीब हजार गांवों में बिजली की आपूर्ति बाधित हुई है। 800 पेड़ गिरे हैं। राजकोट के अलावा कहीं और भारी बारिश नहीं हो रही है।
गुजरात सरकार ने बताया कितना नुकसान हुआ
चक्रवात ‘बिपरजॉय’ के गुजरने के बाद गुजरात सरकार ने हालात के बारे में जानकारी दी। बताया गया कि तूफान की वजह से तीन हाइवे बंद करने पडे़ हैं। चक्रवात की वजह से 4600 गांव प्रभावित हुए हैं। अब तक 581 पेड़ गिरने की सूचना मिली है। 5120 बिजली के खंभे उखड़ गए हैं।
गुजरात: NDRF ने 2 लोगों को बचाया
द्वारका में चक्रवात के कारण कई जगहों पर जलभराव देखने को मिला। NDRF कर्मियों ने रुपेन बंदर के निचले इलाके में फंसे 2 लोगों को बचाया।
आज पूरे गुजरात में भारी बारिश भी हो सकती है
गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने बताया कि किसी भी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं मिली है। किसी पशु की भी मृत्यु नहीं हुई है। पेड़ गिरने की सूचना मिली है। कच्छ में करीब 5-6 बजे तक परिस्थिति अच्छी होने लगेगी। आज पूरे गुजरात में तेज हवाएं और भारी बारिश भी हो सकती है। राजस्थान में भी बारिश हो सकती है।