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CG : CIMS में इंटर्न छात्राओं ने दो सीनियर डॉक्टर पर लगाया यौन उत्पीड़न का आरोप, DME ने लिया संज्ञान

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में पश्चिम बंगाल जैसी घटना की पुनरावृति न हो जाए इसे लेकर राज्य शासन गंभीर दिखाई दे रहा है. सिम्स के दो सीनियर चिकित्सक द्वारा इंटर्न छात्राओं के साथ किए गए अभद्र और यौन उत्पीड़न को लेकर शिकायत की थी, जिसके बाद कमिश्नर मेडिकल एजुकेशन किरण कौशल ने की रिपोर्ट को संज्ञान में लेते हुए सिम्स के डीन को यौन उत्पीड़न समिति की रिपोर्ट का अध्ययन करने और तत्काल जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है. जांच रिपोर्ट के बाद डीएमई इस मामले पर आगे की कार्रवाई करेगी.

घटना की जानकारी इंटर्न छात्राओं ने दी
कमिश्नर स्वास्थ्य सेवाओं से लिखित शिकायत के साथ ही डीएमई को भी घटना की जानकारी इंटर्न छात्राओं ने दी है. मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएमई ने सिम्स में कार्यरत लैंगिक उत्पीड़न समिति को मामले की जांच करने और रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया था.समिति ने अपनी रिपोर्ट को डीएमई व सिम्स के डीन को सौंप दिया है. डीएमई ने रिपोर्ट का अध्ययन करने और अभिमत के साथ दोबारा रिपोर्ट पेश करने का निर्देश सिम्स के डीन को दिया.

इंटर्नशिप में रोक लगाने की दी थी धमकी
जिले के कलेक्टर अवनीश शरण से सिम्स की इंटर्न छात्राओं ने मिलकर शिकायत की थी, मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर ने एमएस को जांच का निर्देश दिये थे. दरअसल इंटर्न छात्राओं ने आरोप लगाया है कि सिम्स के एक सीनियर डॉक्टर छात्राओं के शरीर को गलत तरीके से छूते हैं, जिसका विरोध करने पर इंटर्नशिप में रोक लगाने की धमकी भी दिया जा रहा था. छात्राओं ने हेल्थ अफसरों से शिकायत कर राहत की मांग की.

ये आरोप भी आए सामने..
यौन उत्पीड़न समिति द्वारा सिम्स में बंद कमरे में मामले की जांच की जा रही थी. इसी बीच एक और महिला पहुंची और बताया कि भाई का इलाज कराने जब वो सिम्स आई थी, तब इसी डॉक्टर ने बेड शेयर करने कहा था. समिति ने महिला के बयान को भी दर्ज किया था. इंटर्न छात्राओं ने यह भी बताया कि सीनियर डॉक्टर उनसे और उनके सीनियर बैच की इंटर्न से काफी दिनों से छेड़खानी कर रहे हैं. छात्रा भविष्य खराब करने की धमकी और डर की वजह से किसी नहीं बता पा रहे थे.

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