आईजी डॉ. संजीव शुक्ला और एसएसपी रजनेश सिंह ने साइबर पोर्टल में दर्ज मामलों की जांच कर म्यूल एकाउंट धारकों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इसके बाद रेंज साइबर थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। पीड़ितों से संपर्क कर उनसे घटना के संबंध में पूछताछ की गई। जांच में पता चला कि आरोपियों के बैंक खाते साइबर अपराधियों द्वारा डिजिटल अरेस्ट, शेयर ट्रेडिंग फर्जी ऐप्स, क्रिप्टो इन्वेस्टमेंट, टेलीग्राम टास्क, गूगल सर्च रिव्यू, फर्जी केवाईसी अपडेट जैसे साइबर फ्रॉड में उपयोग किए जा रहे थे। इसके बाद पुलिस ने एकाउंट होल्डर को पकड़ लिया।
पुलिस की अपील और चेतावनी
Bilaspur Cyber Fraud News: बिलासपुर पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे अपने बैंक खाते और मोबाइल सिम किसी अन्य को न दें, चाहे कोई कितनी भी बड़ी लालच क्यों न दे। कमीशन के लालच में मनी म्यूल बनना एक गंभीर अपराध है और इसके तहत बीएनएस की धारा 3(5) के अंतर्गत कठोर कानूनी कार्रवाई हो सकती है। अपराधी अपनी पहचान छुपाने के लिए दूसरों के बैंक एकाउंट और सिम का उपयोग करते हैं। ऐसे मामलों में पुलिस अपना एकाउंट और सिम देने वालों के खिलाफ कार्रवाई करती है।
टीम में ये रहे शामिल
Bilaspur Cyber Fraud News: इस कार्रवाई में प्रमुख भूमिका निभाने वालों में एएसपी सिटी राजेन्द्र जायसवाल, एएसपी ग्रामीण अनुज कुमार, सीएसपी सिविल लाइन निमितेश सिंह, रेंज साइबर थाना प्रभारी निरीक्षक राजेश मिश्रा, निरीक्षक रविशंकर तिवारी, एएसआई सुरेश पाठक समेत रेंज साइबर थाने की टीम शामिल रही।
गिरफ्तार आरोपी
- अब्दूल आदिल (21), तालापारा, थाना सिविल लाइन
- संदीप श्रीवास (30), तिफरा, थाना सिरगिट्टी
- विकास केंवट (31), वार्ड पांच, थाना रतनपुर
- समीर कश्यप (31), वार्ड तीन, रतनपुर
- कलेश कुमार धिवर (28), वार्ड चार, रतनपुर
- नागेश्वर ठाकूर (25), आदर्श नगर, सिरगिट्टी
- करन सिंह ठाकूर (33), आदर्श नगर, सिरगिट्टी
- परमेश्वर जायसवाल (21), हिर्री माइंस, चकरभाठा