पटना। बिहार के पटना से दिल दहला देने वाली घटना सामने आ रही है। बीते सोमवार कि रात पटना के गौरीचक थाना के सोहगी रामपुर में एक घर के बाहर खड़ी ऑल्टो कार में दो छोटे बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद अचानक कार का दरवाजा लॉक हो गया और खड़ी कार में आग लग गई। इस घटना में कार में अंदर ही दोनों बच्चों की जलकर मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। आसपास के लोग किसी तरह कार का शीशा तोड़कर बच्चों को बाहर निकालते तब तक दोनों बुरी तरह जल गए थे।
घर का इकलौता बेटा था नाबालिग
घटना के बाद मृतक के परिवार वाले रोते-बिलखते दोनों बच्चों के शवों के साथ जहानाबाद के लिए रवाना हो गए। इस घटना में संजीव यादव का 4 साल का बेटा राजपाल और संजीव के भाई की 4 साल की बेटी शामिल है। नाबालिग मृतक राजपाल संजीव यादव का इकलौता बेटा था, जिसकी मौत हो गई। जानकारी दे दें कि संजीव यादव जहानाबाद के रहने वाले हैं, पांच माह पहले ही गौरीचक में नया घर बनाकर रहने आए थे। संजीव गौरीचक सोहगी मोड़ पर गिट्टी बालू कारोबार करते है।
कार में खेल रहे थे मासूम
लोगों ने बताया कि उनके घर के बाहर पुरानी ऑल्टो कार हमेशा खड़ी रहती है। संजीव यादव का 4 साल का बेटा और उनके भाई की 4 साल की बेटी खेलते-खेलते कार में बैठ गए, थोड़ी देर बाद कार का दरवाजा अंदर से बंद हो गया। लोगों का मानना है कि दोनों बच्चे माचिस वगैरह लेकर अंदर खेल रहे होंगे, जिससे आग लग गई। कार के अंदर आग लगते ही धुंए उठा, जिसके चलते दोनों का दम घुटने लगा। कार में धुआं देखकर आसपास के लोग वहां दौड़े। इस बीच अचानक कार के भीतर आग लग गई। कार में आग लगी देखकर आसपास के लोगों में हड़कंप मच गया।
परिजनों ने थाने पर नहीं दी सूचना
लोगों ने आग बुझाने का प्रयास किया गया, लेकिन तब तक दोनों मासूम बच्चों की जलकर मौत हो चुकी थी। इसके बाद लोगों ने कार का शीशा तोड़कर बच्चों को बाहर निकाला और अस्पताल की ओर भागे। फिर परिजन बच्चों को लेकर पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने बच्चों को मृत घोषित कर दिया। गौरी चक थाना अध्यक्ष कृष्ण कुमार ने बताया कि उन्हें ऐसी कोई जानकारी गांव वालों से नहीं मिली है। परिवार वाले बिना पोस्टमार्टम कराए और बिना थाने को सूचित किए ही बच्चों के शव को लेकर अंतिम संस्कार के लिए जहानाबाद निकल गए।