बड़ी सफलता : मदनवाड़ा एनकाउंटर में शामिल नक्सली कमांडर रूपेश मारा गया, एसपी चौबे समेत 29 जवान हुए थे शहीद
जगदलपुर। नारायणपुर जिले के माड़ में दो दिन पूर्व हुए एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने तीन वर्दीधारी नक्सलियों को मार गिराया था। मारे गए तीनों नक्सलियों पर 49 लाख रुपए का ईनाम घोषित था। सबसे लंबे समय तक चलने वाली यह मुठभेड़ 5 दिन तक चली। जिसमें जवानों ने नक्सलियों को दिया मुहंतोड़ जवाब दिया ओर शीर्ष नक्सलियों को मार गिराया। इस मुठभेड़ में मारी गई महिला नक्सली की शिनाख्त सरिता उर्फ बसंती के रूप में हुई जो पीपीसीएम कंपनी नंबर 10 की मेंबर थी जिस पर 8 लाख रुपए का ईनाम घोषित था। बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि नारायणपुर जिले में संचालित नक्सल विरोधी माड़ बचाओ अभियान में सुरक्षाबलों को मिली बड़ी सफलता मिली है।
सुरक्षाबलों ने 25 लाख के ईनामी डीकेएसजेडसी रूपेश, 16 लाख के ईनामी डीवीसीएम जगदीश व पीपीसीएम कंपनी नंबर 10 की मेंबर महिला नक्सली सरिता उर्फ बसंती को मार गिराया इस पर 8 लाख का ईनाम घोषित था। आईजी ने बताया कि माड़ में लगातार 124 घंटे तक सुरक्षाबलों व नक्सलियों के बीच मुठभेड़ चलता रहा। इस संयुक्त अभियान में नारायणपुर, कोण्डागांव एवं दन्तेवाड़ा जिले के डीआरजी, एसटीएफ एवं बीएसएफ 11वी, 133वीं व 135वीं बटालियनल का बल शामिल था। जवानों ने मुठभेड़ स्थल से एके 47, इसांस, एसएलआर, कारबाईन, श्रीनॉटथी, 12 बोर बंदूक, सिंगल शाट के अलावा बीजीएल लांचर समेत भारी मात्रा में विस्फोटक सामान व अन्य नक्सली दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद किया।
मदनवाड़ा एनकाउंटर का मास्टरमाइंड भी मारा गया
आईजी ने बताया कि, डीकेएसजेडसीएम रूपेश उर्फ कोलू उर्फ शांभा गोसाई मण्डावी कंपनी नंबर 10 का प्रभारी था। डीकेएसजेडसी रूपेश पर 66 आपराधिक मामले दर्ज हैं। डीव्हीसीएम जगदीश उर्फ रमेश उर्फ सुखलाल पर 43 आपराधिक मामले गढ़चिरौली जिले में दर्ज होने की पुष्टि की गई। ऑपरेशन में मारा गया एसजेडसीएम रूपेश उर्फकोलू पूर्व के कई नक्सल पुलिस मुठभेड़ में शामिल रहा है। जुलाई 2009 में हुए मदनवाड़ा एनकाउंटर में भी रुपेश कंपनी नंबर 4 के सेक्शन कमांडर के बतौर मदनवाड़ा मुठभेड़ में शामिल था, जिसमे एसपी विनोद चौबे समेत 29 जवान शहीद हुए थे।