छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में धान खरीदी केंद्र में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। बिलासपुर जिले में धान खरीदी केन्द्रों के जांच के दौरान 5 केन्द्रों में 52.84 लाख रुपये मूल्य का 1704 क्विंटल धान अधिक पाए जाने का मामला सामने आया है। कलेक्टर अवनीश शरण के निर्देश पर गठित राजस्व, खाद्य और सहकारिता विभाग की टीम ने कार्रवाई करते हुए धान को जब्त कर लिया है और समिति के जिम्मेदार पदाधिकारियों के खिलाफ प्रकरण बनाया गया है।
पांच खरीदी केंद्रों में मिली गड़बड़ी
जिला खाद्य अधिकारी अनुराग भदौरिया ने बताया कि धान खरीदी के अंतिम दिन तक सत्यापन की यह प्रक्रिया जारी रहेगी। पिछले दो दिनों में एक दर्जन से अधिक केन्द्रों का निरीक्षण किया गया, जिनमें पांच केन्द्रों में अनियमितताएं पाई गईं। बोदरी उपार्जन केन्द्र में 240 क्विंटल, गनियारी में 681 कट्टी, सोन (पचपेड़ी) में 500 कट्टी, कौडिया (सीपत) में 230 क्विंटल और बोडसरा (बोदरी) में 762.6 क्विंटल धान अधिक पाया गया।
अनियमितता के खिलाफ सख्त कार्रवाई
इन सभी मामलों में धान को जब्त कर समिति के पदाधिकारियों के खिलाफ प्रकरण तैयार किया गया है। जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने सभी केन्द्रों में उपलब्ध धान बोरों की गणना, रैंडम वजन और ऑनलाइन दर्ज आंकड़ों से मिलान किया। सत्यापन में गड़बड़ी पाए जाने पर तुरंत कार्रवाई की गई। कलेक्टर ने स्पष्ट कहा है कि धान खरीदी के दौरान किसी भी प्रकार की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
समर्थन मूल्य में हो रही है धान खरीदी
छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर 14 नवंबर 2024 से धान खरीदी हो रही है। धान खरीदी को लेकर सरकार और प्रशासन ने सख्त निर्देश दिए हैं। धान खरीदी 31 जनवरी तक होनी है। इस बार 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है। वहीं, धान के अवैध परिवहन के खिलाफ प्रशासन की टम लगातार कार्रवाई कर रही है।