राजधानी में ड्रग्स सिंडिकेट का बड़ा भंडाफोड़ : जालंधर से सप्लाई, 5 तस्कर गिरफ्तार, करोड़ों का नेटवर्क बेनकाब

रायपुर : रायपुर पुलिस ने ड्रग्स के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए अंतरराज्यीय नशा तस्करी गिरोह का पर्दाफाश किया है। एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और कबीर नगर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में जालंधर (पंजाब) से हेरोइन सप्लाई करने वाले गिरोह के 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं
पुलिस जांच में सामने आया कि यह गिरोह पंजाब से हेरोइन लाकर रायपुर, दुर्ग, भिलाई, बिलासपुर और धमतरी तक सप्लाई करता था। इनके ग्राहक बड़े क्लबों, फार्महाउस और प्राइवेट पार्टियों से जुड़े हुए थे। बताया जा रहा है कि आरोपी रोजाना लाखों रुपये का ड्रग्स खपाते थे।
7 लाख का मशरूका जब्त
पुलिस ने आरोपियों से 273.14 ग्राम हेरोइन (चिट्टा), 5 मोबाइल फोन और अन्य सामग्री जब्त की है। बरामद हेरोइन की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 30 लाख रुपये आंकी गई है। कुल जब्ती की कीमत 57 लाख रुपये बताई जा रही है।
फिल्मी स्टाइल में ड्रग्स सप्लाई
यह गिरोह बेहद शातिर तरीकों से काम करता था। ड्रग्स किसी सुनसान जगह पर रखकर उसका वीडियो बनाते और ग्राहक को भेजते। फिर लोकेशन शेयर या इंटरनेट कॉलिंग के जरिए लेनदेन पूरा किया जाता था।
रिमांड पर मुख्य आरोपी – 150 से ज्यादा ग्राहकों के नाम आने की उम्मीद
मुख्य आरोपी मनमोहन सिंह और विजय मोटवानी को पुलिस ने 5 दिन की रिमांड पर लिया है। पुलिस को शक है कि पूछताछ में 150 से अधिक ग्राहकों और कई बड़े नामों का खुलासा होगा। पुलिस उनके मोबाइल, फ्लैट और डायरी से मिले रिकॉर्ड खंगाल रही है। साथ ही पंजाब और अन्य राज्यों के ड्रग्स सिंडिकेट्स से कनेक्शन की भी पड़ताल हो रही है।
ड्रग्स के खिलाफ लगातार कार्रवाई
एसएसपी डॉ. लाल उमेंद सिंह ने बताया कि रायपुर पुलिस पहले भी कई तस्करों को गिरफ्तार कर 1 करोड़ से अधिक की हेरोइन जब्त कर चुकी है। उन्होंने कहा कि अभियान लगातार जारी है और पुलिस का फोकस अंतरराज्यीय व अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क को पूरी तरह तोड़ना है।