CG कांग्रेस की बड़ी हार : अब सोशल मीडिया में वार, गुस्से में कार्यकर्ता अध्यक्ष के इस्तीफे की कर रहे मांग

रायपुर : छत्तीसगढ़ में सालभर के भीतर कांग्रेस की चौथी बड़ी हार ने कार्यकर्ताओं को हिलाकर रख दिया है. टिकट वितरण से कार्यकर्ता पहले ही नाराज चल रहे थे.अब प्रदेशभर में करारी हार ने कार्यकर्ताओं के गुस्से को सातवें आसमान पर पहुंचा दिया है.

कांग्रेस की हार के बाद कार्यकर्ता गुस्से में है, कहीं खुलासे की धमकी दे रहे तो, कहीं पैसों के लेनदेन का आरोप लगा रहे है. कहीं इस्तीफे की मांग कहीं कार्यकर्ताओं की उपेक्षा का आरोप लगाया जा रहा है. सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर इस समय हर तरफ कांग्रेसियों का गुस्सा नजर आ रहा है.आलम यह है कि शहर अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष से जहां इस्तीफा मांगा जा रहा है.वहीं पैसों के लेनदेन को लेकर खुलासे की धमकी दी जा रही है.

पीसीसी चीफ के इस्तीफे की कर रहे मांग

बात इतने में ही खत्म नहीं होती. कुछ कार्यकर्ता ऐसे भी हैं, जो एक दूसरे की लानत मलानत तो कर ही रहे हैं. भाजपा और आरएसएस के कार्यप्रणाली की तारीफ करते भी नजर आ रहे हैं.दरअसल कांग्रेसियों के गुस्से के पीछे टिकट वितरण से लेकर नेताओं की गुटबाजी और आंतरिक कलह जिम्मेदार है. कार्यकर्ताओं के पोस्ट के पीछे सबसे बड़ी वजह सही लोगों को टिकट न मिलने का दुख. संगठन के साथ न देने की वजह से प्रत्याशियों की करारी हार है. यही वजह है कि कार्यकर्ता वरिष्ठ नेताओं को जमकर खरी खोटी सुना रहे हैं. इस फेहरिश्त में कई सीनियर नेता भी हैं, जो चुनाव में हार की जिम्मेदारी लेने की मांग करते भी नजर आ रहे हैं. कुल मिलाकर प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज पर जहां इस्तीफे का दबाव बनाने की कोशिश हो रही है.वहीं टिकट वितरण में अहम भूमिका निभाने वाले शहर अध्यक्ष भी निशाने पर हैं.

कांग्रेस नेताओं की लड़ाई का मजा ले रही जनता – अरुण साव

भाजपा जहां कार्यकर्ताओं के गुस्से को लेकर कांग्रेस पर तंज कस रही है. उपमुख्यमंत्री अरुण साव का कहना है कि जनता अब कांग्रेस नेताओं की लड़ाई का मजा ले रहे है. वहीं कांग्रेस इसे लेकर बैकफुट पर नजर आ रही है. पूर्व मंत्री शिव डहरिया कहते हैं. कांग्रेस में सभी को अपनी बात रखने का हक है.हार पर चिंतन के लिए जल्द ही समीक्षा बैठक होगी, तब सभी अपनी बात कहेंगे.

आंतरिक कलह की वजह से हुई कांग्रेस की हार

छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव में पहली बार कांग्रेस की इतनी बड़ी हार हुई है. इसके पीछे टिकट वितरण से लेकर पार्टी की आंतरिक कलह को कार्यकर्ता जिम्मेदार मान रहे हैं.यही वजह है कि सोशल मीडिया पर कार्यकर्ता नेताओं को जमकर खरी खोटी सुना रहे हैं.पार्टी के जिम्मेदारों पर इसका कितना असर होगा, यह तो आने वाले वक्त में पता चलेगा.फिलहाल पार्टी की करारी हार ने आंतरिक कलह को सतह पर ला खड़ा किया है.

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