बीजिंग : चीन ने अपनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी में बड़ा बदलाव किया है, जिससे पूरी दुनिया हैरान है। चीन ने पीएलए के परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइलों का शस्त्रागार देखने वाले रॉकेट फोर्स के जनरलों को बदल दिया है।
दो जनरल बदले गए
राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने वांग हुबिन को रॉकेट फोर्स के कमांडर और जू ज़िशेंग को इसके राजनीतिक कमिश्नर के रूप में नामित किया है। इस कदम से इसके कामकाज पर सवाल उठ रहे हैं।
वहीं, चीन ने पिछले प्रमुख ली युचाओ और पूर्व कमिश्नर जू झोंगबो के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। अचानक हुए इस बदलाव से चीन पर कई सवाल उठ रहे हैं, जिन्हें इन पदों के लिए नियुक्त किया गया है, वे दोनों सैन्य विंग के सदस्य नहीं थे।
बदलाव के बाद उठे सवाल
विशेषज्ञों का कहना है कि रॉकेट फोर्स में दो शीर्ष व्यक्तियों को एक साथ बदलना आश्चर्यजनक है। इससे एक सप्ताह पहले चीन ने अपने विदेश मंत्री किन गैंग को बिना किसी स्पष्टीकरण के अचानक पद से हटा दिया था।
इससे पहले ये संभावना थी कि रॉकेट फोर्स में फेरबदल हो सकती है, जो कई हफ्तों बाद सच साबित हुआ। ये बदलाव किस कारण से हुए हैं, इसके बारे में अभी स्पष्टीकरण नहीं है। पर्यवेक्षकों का मानना है कि यह फेरबदल राष्ट्रपति शी चिनफिंग के नेतृत्व के बारे में संभावित चिंताओं का संकेत देता है।
क्यों खास है रॉकेट फोर्स?
बता दें कि रॉकेट फोर्स काफी महत्वपूर्ण है, जो चीन के मिसाइल कार्यक्रमों की देखरेख करता है। इसमें परमाणु हथियारों से लेकर चीन द्वारा हाल ही में स्वशासित ताइवान को डराने-धमकाने में इस्तेमाल की जाने वाली कम दूरी की मिसाइलें शामिल हैं।