Bhupesh Baghel ने निकाली ‘संविधान बचाओ यात्रा’, केंद्र-राज्य सरकार पर बोला जोरदार हमला

Bhupesh Baghel / कवर्धा। छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले के ग्राम पंचायत पोड़ी में आज कांग्रेस पार्टी ने ‘संविधान बचाओ यात्रा’ का आयोजन किया, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वयं भाग लेकर केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर हमला बोला। इस यात्रा में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए, जिनमें जिला कांग्रेस अध्यक्ष होरीराम साहू भी मौजूद रहे।
Bhupesh Baghel ने इस मौके पर कहा कि देश में लोकतंत्र और संविधान खतरे में है। उन्होंने कहा कि संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है और उन्हें सरकार के हित में इस्तेमाल किया जा रहा है।
ईडी-सीबीआई का दुरुपयोग, विपक्ष को दबाया जा रहा – बघेल
यात्रा को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “आज देश में अगर कोई सरकार के खिलाफ आवाज उठाता है, तो उसे डराने-धमकाने के लिए ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग का इस्तेमाल किया जाता है। विपक्ष की आवाज को दबाने की साजिश चल रही है। राहुल गांधी और सोनिया गांधी के खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज किए गए हैं। ‘संविधान बचाओ यात्रा’ इन्हीं जनविरोधी नीतियों के खिलाफ एक जन आंदोलन है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार लोकतंत्र को कमजोर कर रही है और सरकारी एजेंसियों का प्रयोग सिर्फ राजनीतिक विरोधियों को डराने के लिए किया जा रहा है।
किसानों की बदहाल स्थिति पर भी साधा निशाना
भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा मनाए जा रहे ‘सुशासन तिहार’ पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार में किसानों की हालत लगातार खराब होती जा रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया, “प्रदेशभर की समितियों में खाद-बीज की भारी कमी है। किसानों को नकली पोटाश दिया जा रहा है। मेरी सरकार में गन्ने की खरीदी चार महीने तक होती थी और भुगतान समय पर किया जाता था। लेकिन आज सिर्फ 44 दिनों तक गन्ने की खरीद हो रही है और किसानों को छह-छह महीने से भुगतान नहीं मिला है।”
पहलगाम हमले पर पीएम पर निशाना
बघेल ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “22 अप्रैल को हुए हमले में 26 निर्दोष लोग मारे गए, लेकिन प्रधानमंत्री एक बार भी पहलगाम नहीं गए। उन्हें आम जनता की नहीं, सिर्फ सत्ता की चिंता है।”
उन्होंने कहा कि जब देश में इतने गंभीर हालात हों, तब एक संवेदनशील नेतृत्व की ज़रूरत होती है, जो जनता के साथ खड़ा हो। “लेकिन वर्तमान सरकार सिर्फ दिखावे और प्रचार पर ध्यान दे रही है,” बघेल ने कहा।
लोकतंत्र बचाने की लड़ाई जरूरी – बघेल
भूपेश बघेल ने अपने भाषण में साफ तौर पर कहा कि यह संविधान बचाओ यात्रा महज एक राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह लोकतंत्र और संविधान को बचाने की लड़ाई है। उन्होंने कहा, “हम जनता के बीच जाकर उनकी आवाज़ उठा रहे हैं, क्योंकि मौजूदा सरकार लोकतंत्र को कुचलने में लगी है। संविधान को बचाने की यह लड़ाई जरूरी है, और हम इससे पीछे नहीं हटेंगे।”