कोलकाता : ईडी यानि की प्रवर्तन-निदेशालय। इसका मुख्य काम अपराध की आय से प्राप्त संपत्ति का पता लगाने हेतु अन्वेषण करने, संपत्ति को अस्थायी रूप से संलग्न करने और अपराधियों के खिलाफ मुकदमा चलाना है। लेकिन इन दिनो यह शब्द हर किसी जुबान पर है। ईडी से जुड़ी एक कहानी सामने आई है। जिसमे पश्चिम बंगाल के एक व्यक्ति ने इस शब्द का गल्त प्रयोग किया है।
खुद को बताया ईडी का अधिकारी-
पश्चिम बंगाल के एक युवक ने खुद को ईडी अधिकारी बताते हुए एक लड़की से दोस्ती की। उसकी कथित नौकरी देखकर परिवार वाले भी शादी के लिए तैयार हो जाते हैं। शादी की तारीख पक्की होने के बाद तैयारियां शुरु हो गई। इसी के बीच शादी वाली लड़की के भाई को अपने आप को ईडी अधिकारी बताने वाले शख्स पर किसी बात को लेकर शक हो जाता है और वो उसकी जांच करवाने का निर्णय लिया।
ऐसे हुआ खुलासा-
उन्होंने साल्ट लेक ईडी कार्यालय में पूछताछ के बाद उन्हें पता चला कि वहां प्रदीप साहा नाम से कोई अधिकारी कार्यरत्त नहीं है। इसके बाद उन्होंने वहां तैनात सीआईएसएफ वालों को भी फोटो दिखाने पर यह पता चला कि इस नाम का कोई भी आदमी वहां काम नही करता। जिससे आरोपी के झूठ का पर्दाफाश हुआ। इसके बाद परिवारजन आरोपी को सीजीओ कॉम्प्लेक्स के ईडी कार्यालय में ले आए और जमकर पीटा।
कोलकाता की है घटना-
यह घटना पश्चिम बंगाल के कोलकाता से लगे बिधाननगर की बताई जा रही है। इस फर्जी आईडी धारक का नाम प्रदीप साहा बताया जा रहा है और वह सोनारपुर में रहता है। इसे लेकर ऐसा भी कहा जा रहा है कि वह ईडी अधिकारी का धौंस दिखाकर लोगों से ठगी करता है।