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इन दिशाओं में अचार की बरनी रखने से बचें, नहीं तो होगा गृह क्लेश

aachar barni

वास्तु शास्त्र में कौन सी वस्तु घर की किस दिशा और किस स्थान पर रखना चाहिए यह मिलता है। वास्तु के अनुसार अगर घर में वस्तुओं को नहीं रखते हैं तो नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं। इसका असर घर के सदस्यों को भी होता है।

घर में कोई नई वस्तु लेकर आएं तो उसके वास्तु के हिसाब से ही रखें, जिससे शुभ लाभ होगा। आज ज्योतिषाचार्य ने विस्तार से बताया है कि अचार की बरनी को किस दिशा में ही रखना चाहिए।

घर में कहां रखें अचार या अचार की बरनी?

हमारे घर में दादी या नानी अचार को बनाकर बरनी में भरकर रख दिया करती थीं। अब आज के समय में अचार को प्लास्टिक या कांच के डिब्बों में ही भरकर रखा जाता है। वास्तु के अनुसार हमें कांच के ही डिब्बे में अचार को भरना चाहिए।

कांच को शास्त्रों में शुद्ध माना गया है, इसलिए सामान को उसी में ही रखना चाहिए। प्लास्टिक अशुद्ध होती है, इसलिए उसमें सामान को रखने से बचना चाहिए। अचार को रखने की दिशा के बारे में पता होना भी जरूरी है।

इन दिशाओं में रखें अचार की बरनी

अचार खटास का रूप होता है। अचार की दिशा अगर गलत होती है तो रिश्तों पर नकारात्मक असर हो सकता है। परिवार में कलह हो सकती है, इसलिए यह जरूरी है कि घर में अचार को सही दिशा में ही रखा जाए। अचार को कांच की बरनी में उत्तर-पश्चिम दिशा में ही रखें।

शास्त्रों में बताया गया है कि बुध ग्रह की दिशा उत्तर है। शनि ग्रह की दिशा पश्चिम है। उत्तर-पश्चिम दिशा में बुध और शनि दोनों का प्रभाव होता है। उत्तर-पश्चिम में अचार को रखेंगे तो परिवार में शांति बनी रहेगी। परिवार में प्रेम और मेलजोल बना रहेगा।

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