सावन मास कावड़ यात्रा में भगवान शिव को जल चढ़ाने का शुभ मुहूर्त
सनातन धर्म के पंचांग के अनुसार श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि से सावन माह शुरू हो जाएगा। इस बार अधिक मास की वजह से सावन पूरे 2 महीने का रहेगा। इस बार सावन के पूरे आठ सोमवार रहेंगे। वहीं, 4 प्रदोष व्रत और 2 शिवरात्रि रहेंगी। सावन शिव भक्ति को लेकर व्रत रखने के अतिरिक्त कावड़ यात्रा निकालने की परंपरा भी होती है। ऐसे में लाखों शिवभक्त भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कावड़ उठाते हैं। आइये जानते हैं इस वर्ष कावड़ यात्रा कब से शुरू होने जा रही है।
कब से शुरू हो रही है कांवड़ यात्रा
सावन माह के प्रारंभ के साथ ही कावड़ यात्रा शुरू हो जाती हैं। इस वर्ष कावड़ यात्रा 4 जुलाई 2023 से शुरू हो रही है। वहीं, 15 जुलाई 2023 को शिवरात्रि के दिन जल चढ़ाने के साथ कावड़ यात्रा संपूर्ण हो जाएगी। इसके अलावा इस वर्ष 14 अगस्त को भी सावन शिवरात्रि रहेगी।
कब चढ़ेगा शिव जी को कांवड़ का जल
सावन में भगवान शिव पर जल अर्पित करने का विशेष महत्व माना गया है। सनातन धर्म में हरिद्वार, गोमुख, गंगोत्री, काशी विश्वनाथ, बैद्यनाथ, नीलकंठ, देवघर, महाकालेश्वर जैसे स्थानों पर जल भरकर मीलों पैदल यात्रा करके श्रद्धालु शिवालय पहुंचकर भगवान शिव को जल अर्पित करते हैं। इस वर्ष दो माह का सावन होने से भक्तों के पास भक्ति के पूरे 59 दिन रहेंगे।
सावन शिवरात्रि 2023 जल चढ़ाने का शुभ मुहूर्त
चतुर्दशी तिथि प्रारम्भ- 15 जुलाई 2023 को शाम 08 बजकर 32 मिनट से शुरू
चतुर्दशी तिथि समाप्त- 16 जुलाई 2023 को रात 10 बजकर 08 मिनट तक
सावन शिवरात्रि- 15 जुलाई 2023, रविवार
निशिता काल पूजा समय- सुबह 12 बजकर 07 मिनट से 16 जुलाई को सुबह 12 बजकर 48 मिनट तक
शिवरात्रि पारण समय- 15 जुलाई को सुबह 05 बजकर 33 मिनट से दोपहर 03 बजकर 54 मिनट तक
रात्रि प्रथम प्रहर पूजा समय- शाम 07 बजकर 21 मिनट से 09 बजकर 54 मिनट तक
रात्रि द्वितीय प्रहर पूजा समय- रात 09 बजकर 54 मिनट 16 जुलाई को सुबह 12 बजकर 27 मिनट तक
रात्रि तृतीय प्रहर पूजा समय- 16 जुलाई को सुबह 12 बजकर 27 मिनट से दोपहर 03 बजे तक