TMC के दो विधायकों पर हमला, सैकड़ों लोगों की भीड़ ने रोकी कार; चलाई गोलियां
पश्चिम बंगाल में टीएमसी के दो विधायकों पर हमला किया गया। वहीं पुलिस अब दोनों मामलों की जांच कर रही है। पुलिस ने अब तक कुछ लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया है, जबकि अन्य की तलाश की जा रही है।
पश्चिम बंगाल में टीएमसी के दो विधायकों पर हमला किया गया। वहीं पुलिस अब दोनों मामलों की जांच कर रही है। पुलिस ने अब तक कुछ लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया है, जबकि अन्य की तलाश की जा रही है।
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के दो विधायकों पर हमले का मामला सामने आया है। दोनों विधायकों पर अलग-अलग जगहों पर हमले किए गए हैं। पहला मामला मिनखा से टीएमसी विधायक उषा रानी मंडल पर हमले का है। गुरुवार की रात उनकी गाड़ी रोककर उनके साथ मारपीट की गई। वहीं दूसरा मामला संदेशखालि से टीएमसी विधायक सुकुमार महता पर हमले का है। सुकुमार महता ने भी कुछ बदमाशों के द्वारा हमला करने की बात कही है। फिलहाल पुलिस दोनों मामलों की जांच पड़ताल में जुटी हुई है।
उषा रानी मंडल पर हमला
पुलिस ने बताया कि मिनखा से तृणमूल कांग्रेस की विधायक उषा रानी मंडल पर गुरुवार की रात हमला किया गया। ये हमला गुरुवार की रात उस समय किया गया, जब वह काली पूजा पंडाल से लौट रही थीं। पंडाल से लौटते समय हरोआ इलाके में कथित तौर पर उन्हें 100 से 150 लोगों ने घेर लिया। टीएमसी विधायक उषा रानी मंडल ने पुलिस को बताया कि उन्हें भीड़ ने उनकी गाड़ी से बाहर निकाला गया और उनके साथ मारपीट की गई। वहीं इस पूरी घटना के दौरान कई गोलियां भी चलाई गईं। विधायक ने कहा, ‘‘मुझे अपने वाहन से बाहर निकलने के लिए मजबूर किया गया और मेरे साथ मारपीट की गई। कई गोलियां चलाई गईं।’’ उन्होंने दावा किया कि यह हमला उस नेता ने करवाया, जिसे लोकसभा चुनाव से पहले अवैध गतिविधियों के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया गया था।
सुकुमार महता पर हमला
वहीं एक अन्य घटना में संदेशखालि से तृणमूल कांग्रेस के विधायक सुकुमार महता पर भी हमले का मामला सामने आया है। विधायक सुकुमार महता पर ये हमला तब हुआ तब वह नजात में काली पूजा कार्यक्रम से लौट रहे थे। हमले को लेकर विधायक सुकुमार महता ने कहा, ‘‘जब मैं काली पूजा पंडाल का उद्घाटन करने के बाद घर लौट रहा था, कुछ बदमाशों ने मेरे वाहन पर हमला कर दिया। मेरे वाहन के साथ चल रहे पार्टी कार्यकर्ताओं को पीटा गया और एक को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।’’ विधायक ने आरोप लगाया कि अवैध गतिविधियों के कारण दरकिनार किया गया एक प्रतिद्वंद्वी गुट इस हमले के लिए जिम्मेदार है। वहीं अब पुलिस ने दोनों घटनाओं की जांच शुरू कर दी है। मामले में कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है, जबकि अन्य की तलाश की जा रही है।