विधानसभा : बिजली बिल दरों में बढ़ोतरी को लेकर विपक्ष ने घेरा, सीएम साय का जवाब सुन नेता प्रतिपक्ष ने जताया आभार

रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा मानसून सत्र के तीसरे दिन सदन में बिजली का मुद्दा भी गूंजा. विपक्ष ने शून्यकाल में हाल ही में बिजली बिल टैरिफ बढ़ोतरी और बिजली विभाग में अनियमिताएं का मुद्दा उठाया. साथ ही सदन में स्थन प्रस्ताव लाने की मांग भी की. इस मुद्दे पर सीएम विष्णु देव साय ने विपक्ष के सवालों का जवाब दिया. इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने स्थगन प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया. वहीं, सीएम साय का जवाब सुनने के बाद नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने मुख्यमंत्री का आभार जताया.
सदन में गूंजा बिजली बिल दरों में बढ़ोतरी का मुद्दा
छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने सदन में कहा कि अभी हाल ही में टैरिफ बढ़ा दिए गए हैं. विभाग में पूरे तरीके से अनियमिताएं चल रही हैं. शासकीय विभागों से आप बिजली बिल का भुगतान नहीं करवा पा रहे हैं. उसकी सजा आम जनता, किसानों और गरीब लोगों को दे रहे हैं. आपके विभागों में घटना हो रही है और उसमें हो रहे लॉस को आप गरीबों से वसूलना चाहते हैं. बड़े-बड़े संस्थानों से पैसा वसूल नहीं पा रहे हैं और गरीबों से वसूल रहे हैं.
इसके बाद इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस विधायक उमेश पटेल ने कहा कि आम जनों को बिजली में दो तरफ से मार झेलना पड़ रहा है. स्मार्ट मीटर में सामान्य मीटर की तुलना में दोगना बिजली बिल आ रहा है. इसके अलावा भिलाई से कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव ने कहा कि बिजली दर बढ़ोतरी बहुत खतरनाक है, लेकिन बिजली गुल की भी समस्या बनी हुई है. इसके अलावा विधायक रामकुमार यादव ने कहा कि शहर में लाइट गोल है. गांव की बात छोड़ दीजिए और मिट्टी तेल मिल नहीं रहा है.
इस मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए कांग्रेस विधायक दिलीप लहरिया ने कहा कि 15 से 20 साल पहले जो स्थिति बिजली को लेकर रहती थी वह स्थिति अब बन गई है. वहीं, लखेश्वर बघेल ने कहा कि बिजली की स्थिति चरमरा गई है. ट्रांसफार्मर लगाने में 1 महीने का समय लग रहा है.
सीएम विष्णु देव साय ने दिया जवाब
विपक्ष के इन सवालों पर जवाब जेते हुए सीएम विष्णु देव साय ने कहा- ‘सभी पक्षों को सुनकर टैरिफ का निर्धारण किया जाता है. कृषि पंप उपभोक्ताओं के बिजली बिल का भुगतान शासन द्वारा किया जाता है.’ इस मुद्दे पर जवाब देने के बाद सीएम साय ने विधानसभा अध्यक्ष से स्थगन प्रस्ताव अस्वीकार करने का आग्रह किया. विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने इस आग्रह को स्वीकार करते हुए स्थगन अस्वीकार किया.
नेता प्रतिपक्ष ने सीएम साय का जताया आभार
सीएम विष्णु देव साय का जवाब सुनने के बाद नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने मुख्यमंत्री का आभार जताया. उन्होंने कहा- ‘उपभोक्ता बिजली बिल के दरों से परेशान है. बड़े-बड़े औद्योगिक घराने और प्रतिष्ठानों से बिजली बिल वसूलने के बजाय वह राशि को उपभोक्ता और किसानों से वसूला जा रहा है. मुख्यमंत्री जी ने काम करने की बात कही है. उन बातों से हमें लगा कि वह ध्यान दे रहे हैं. हमें लगा कि उन्होंने इसको सीरियस माना है इसलिए हमने उनका धन्यवाद दिया. सीएम साय ने बताया है कि इस टैरिफ में न्यूनतम वृद्धि, स्टील उद्योगों के लिए राहत, घरेलु उपभोक्ताओं के लिए संरक्षण, कृषि पंपों पर नहीं पड़ेगा बोझ.