वृद्धि योग में 19 जून से मनेगी आषाढ़ गुप्त नवरात्रि
इस साल 19 जून को प्रारंभ हो रही आषाढ़ गुप्त नवरात्रि वृद्धि योग में मनाई जाएगी। ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया की उस दिन वृद्धि योग सुबह से लेकर देर रात 01 बजकर 15 मिनट तक है. वृद्धि योग में आप जो भी कार्य करेंगे, उसके फल में वृद्धि होगी।
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि कलश स्थापना मुहूर्त
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि की कलश स्थापना 19 जून को सुबह और दोपहर में की जा सकती है।सुबह में घटस्थापना का शुभ मुहूर्त 05 बजकर 23 मिनट से 07 बजकर 27 मिनट तक है. यह 2 घंटे से कुछ अधिक का समय है. इसमें अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त भी सुबह 05:23 बजे से सुबह 07:08 बजे तक है. यह मुहूर्त कलश स्थापना के लिए उत्तम है।
अविवाहित लड़कियां शीघ्र विवाह के लिए गुप्त नवरात्रि के दौरान करें ये उपाय
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि के दौरान अविवाहित कन्या मां दुर्गा को श्रृंगार का समान भेंट करें। इसके लिए स्नान ध्यान के पश्चात लाल रंग का वस्त्र धारण करें। तदोउपरांत भक्ति भाव से मां दुर्गा की पूजा पाठ करें और निकटतम मंदिर जाकर मां दुर्गा को श्रृंगार का समान भेंट करें, जिससे विवाह शीघ्र होगा।
पूरे नौ दिन की है गुप्त नवरात्रि
हर साल आषाढ़ गुप्त नवरात्रि का प्रारंभ आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होती है। एक साल में दो गुप्त नवरात्रि, एक चैत्र नवरात्रि और एक शारदीय नवरात्रि होती है। गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा के 9 स्वरूपों के अलावा 10 महाविद्याओं का भी पूजन होता है। तंत्र-मंत्र की साधना के लिए गुप्त नवरात्रि अच्छी मानी जाती है। इस बार आषाढ़ गुप्त नवरात्रि पूरे 9 दिन की है। 9 दिन की नवरात्रि को शुभ माना जाता है।
इस तरह होगी नौ दिन पूजा
– 19 जून सोमवार: घटस्थापना या कलश स्थापना, मां शैलपुत्री पूजा
– 20 जून मंगलवार: ब्रह्मचारिणी पूजा
– 21 जून बुधवार: चन्द्रघण्टा पूजा
– 22 जून गुरुवार: कूष्माण्डा पूजा
– 23 जून शुक्रवार: स्कन्दमाता पूजा
– 24 जून शनिवार: कात्यायनी पूजा
– 25 जून रविवार: कालरात्रि पूजा
– 26 जून सोमवार: दुर्गा अष्टमी, महागौरी पूजा
– 27 जून मंगलवार: सिद्धिदात्री पूजा
– 28 जून 2023, बुधवार: नवरात्रि पारण होगा।