रायपुर : विधानसभा चुनाव में हर विधानसभा सीट में कांग्रेस के दावेदारों की फौज खड़ी हो गई है। पिछले चुनाव में जिन सीटों पर तीन से पांच दावेदार नहीं मिल रहे थे, इस चुनाव में दस से 35 दावेदार सामने आ रहे हैं। कांग्रेस ने ब्लाक स्तर पर दावेदारों का आवेदन लिया है। अब तक प्रदेशभर से करीब तीन हजार लोगों ने आवेदन किया है। इसमें वर्तमान विधायकों के साथ-साथ निगम मंडल के पदाधिकारी शामिल हैं। कांग्रेस ने 50 प्रतिशत सीट पर युवाओं को उम्मीदवार बनाने का निर्णय लिया है। इस फैसले का असर भी दावेदारों में दिख रहा है। हर विधानसभा सीट पर युवक कांग्रेस और एनएसयूआइ के सक्रिय नेता ताल ठोंक रहे हैं।
दावेदारों की भीड़ पर सीएम भूपेश बघेल का बड़ा बयान
कांग्रेस ने पिछले चुनाव के प्रयोग को दोहराते हुए दावेदारों का ब्लाक स्तर पर आवेदन लेना शुरू किया है। इस दावेदारों का परीक्षण करके जिला स्तर पर तीन से पांच दावेदारों का पैनल तैयार किया जाएगा। पहले चरण में ब्लाक स्तर पर जिस तरह से दावेदारी सामने आ रही है, उससे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता उत्साहित हैं। खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि ब्लाक स्तर पर आवेदन से यह पता चलता है कि कौन नेता चुनाव लड़ने का इच्छुक है। इसमें जो योग्य होगा, उसे टिकट दिया जाएगा।
ब्लाक स्तर पर आवेदन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव सहित सभी मंत्रियों और विधायकों ने किया है। सीएम बघेल की पाटन सीट से इकलौता नाम है। यहां से एक दावेदार ने आवेदन किया था, लेकिन अंतिम समय में नाम वापस ले लिया। वहीं, उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव की सीट अंबिकापुर से 100 दावेदारों ने आवेदन किया है।
सबसे पहले आवेदन सिंहदेव ने किया, उसके बाद मंत्री अमरजीत भगत के करीबी खाद्य आयोग के अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह बाबरा ने आवेदन किया। इसके बाद सिंहदेव के करीबी नेताओं ने आवेदन करना शुरू किया तो आंकड़ा 100 पहुंच गया। यह प्रदेश की इकलौती सीट है, जिस पर 100 आवेदन आए हैं। आवेदन करने वालों में पार्षद, एल्डरमैन से लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी और जिला कांग्रेस कमेटी के सदस्य है।
भूपेश सरकार के मंत्रियों की सीट से तीन से पांच दावेदार सामने आए हैं। हालांकि मंत्रियों की सीट से किसी मजबूत नेता की दावेदारी सामने नहीं आई है। सुकमा जिले की इकलौती विधानसभा सीट कोंटा से कांग्रेस की टिकट के लिए पांच बार के विधायक एवं प्रदेश के उद्योग एवं आबकारी मंत्री कवासी लखमा का एकमात्र आवेदन आया है। वहीं, मंत्री मोहन मरकाम की कोंडागांव सीट से 11 आवेदन जमा किए गए हैं।
कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो मंत्री कवासी लखमा और मोहन मरकाम के मुकाबले कोई भी दावेदार गंभीर नहीं है। बस्तर की सबसे महत्वपूर्ण सीट दंतेवाड़ा से 19 आवेदन आए हैं। यहां मां देवती कर्मा के मुकाबले कर्मा परिवार के छह लोगों ने आवेदन किया है। इसमें उनके बेटे छविंद्र कर्मा की दावेदारी को मजबूत माना जा रहा है। भीमा मंडावी की नक्सली हत्या के बाद हुए उपचुनाव में भी छविंद्र ने दावेदारी की थी और नामांकन भी दाखिल कर दिया था। लेकिन मुख्यमंत्री बघेल के समझाने के बाद छविंद्र ने नामांकन वापस ले लिया था।
वहीं, रायपुर ग्रामीण विधानसभा सीट से वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा ने अपने बेटे जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष पंकज शर्मा को आशीर्वाद देकर दावेदारी पेश करने के लिए भेजा। उम्र का हवाला देकर सत्यनारायण शर्मा इस चुनाव में सक्रिय दावेदारी नहीं कर रहे हैं। उन्होंने अपने स्थान पर बेटे पंकज को आगे किया है। पंकज संगठन में पिछले 25 साल से सक्रिय है और प्रदेश महामंत्री जैसी जिम्मेदारी निभा चुके हैं।
रायपुर संभाग के जिलों में जमा आवेदन
बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के बिलाईगढ़, कसडोल, बलौदाबाजार, भाटापारा के लिए 184 आवदेन।
रायपुर की सात सीट रायपुर पश्चिम, रायपुर उत्तर, रायपुर दक्षिण, रायपुर ग्रामीण, धरसींवा, आरंग, अभनपुर के लिए 139 आवेदन।
धमतरी जिले की सिहावा, कुरूद, धमतरी के लिए 143 आवेदन।
महासमुंद जिले की सरायपाली, बसना, खल्लारी, महासमुंद के लिए 149 आवेदन।
गरियाबंद के राजिम और बिंद्रानवागढ़ के लिए 54 आवदेन।
इस तरह आई दावेदारी
बिलासपुर जिला- 326
मुंगेली जिला- 80
गौरेला पेंड्रा मरवाही-25
जांजगीर चांपा जिला- 184
कोरबा जिला- 220
रायगढ़ जिला- 247