एक और मर्डर: मीडियाकर्मियों के लिए सबसे खतरनाक है यह देश! 17 म​हीने में मारे गए इतने जर्नलिस्ट

नईदिल्ली। Philippines News: इजराइल और हमास की बीच चल रही जंंग में आम नागरिकों के साथ ही कई पत्रकार भी मारे गए। लेकिन इन सबसे अलग बिना जंग के भी इस देश में कई पत्रकार मारे जा चुके हैं। पत्रकारों के लिए एक तरह से यह देश सबसे खतरनाक हो गया है। इस देश में मारे गए पत्रकारों की सूची में एक और नाम जुड़ गया है। जानकारी के अनुसार एक रेडियो ब्रॉडकास्टर की उसके स्टूडियो में गोली मारकर हत्या कर दी गई है।

फिलिपींस में पिछले 17 महीने में कई मीडियाकर्मी मारे गए हैं। कैलाम्बा नगर पालिका के प्रमुख कैप्टन डिओरे रैगोनिया की मानें तो जुआन जुमालोन, एक रेडियो प्रसारक जिनकी उम्र 57 साल थी। उन्हें बंदूकधारियों ने स्टूडियो में घुसकर गोली मार दी। उनके सिर में गोली दागी गई। मुमालोन को ‘डीजे जॉनी वॉकर’ के नाम से भी जाना जाता था। मिंडानाओ के दक्षिणी द्वीप पर स्थित अपने आवास में बने स्टूडियो में जुमालोन मौजूद थे। तभी बंदूकधारी उनके घर में घुसे और सनसनाती गोली उनके सिर में दाग दी।

गोली मारकर भाग गया हमलावर
रेडियो प्रसारक के सिर में गोली मारकर हमलावर फरार हो गया। पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि बंदूकधारी ने जुमालोन से ऑन-एयर एक घोषणा करने की बात कही थी, जिसके बाद उन्होंने आरोपी को स्टूडियों में आने दिया। बाद में हमलावर ने दो बार गोली मारी और उनके गले से सोने की चेन छिनकर भाग गया। यह पूरी घटना स्टूडियो में लगे कैमरे में कैद हो गई।

क्यों की गई हत्या, की जा रही जांच
रेडियो प्रसारक की हत्या क्यों की गई, इसकी जांच जारी है। मीडिया की सुरक्षा पर राष्ट्रपति टास्क फोर्स के प्रमुख पॉल गुटिरेज ने रविवार को कहा कि फिलहाल हत्या करने की वजह नहीं पता चली है। पुलिस जांच कर रही है। राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस ने हत्या की निंदा की है। उन्होंने अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़ने का आदेश दिया है। मार्कोस ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, ‘हमारे लोकतंत्र में पत्रकारों पर हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे और जो लोग प्रेस की स्वतंत्रता को खतरे में डालते हैं, उन्हें अपनी हरकतों का परिणाम भुगतना पड़ेगा।

जानिए 17 महीने में कितने पत्रकारों की मौत?
नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स ऑफ फिलीपींस यानी एनयूजेपी के अनुसार पिछले साल जून के महीने में राष्ट्रपति ​फर्डिनेंड मार्कोस के पदभार संभालने के बाद से जुमालोन फिलिपींस में मारे जाने वाले चौथे पत्रकार हैं। फिलिपींस पत्रकारों के लिए दुनिया की सबसे खतरनाक जगहों में से एक हो गई है।

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