मुंबई : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता जयंत पाटिल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नोटिस भेजा है। पाटिल को इन्फ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज (IL&FS) से संबंधित कथित अनियमितताओं के एक मामले में पूछताछ के लिए तलब किया गया है। ईडी की ओर से यह जयंत पाटिल को दूसरा नोटिस है। राकांपा नेता को ईडी के सामने 22 मई तक पेश होने के निर्देश दिए गए हैं।
ससे पहले एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल को शुक्रवार (12 मई) को जांच एजेंसी के सामने पेश होने के लिए कहा गया था। हालांकि, वे जांच एजेंसी के सामने नहीं पहुंचे। जांच आईएल एंड एफएस समूह के ऋण और कोहिनूर सीटीएनएल में इक्विटी निवेश में कथित अनियमितताओं से संबंधित है, जो डिफॉल्टरों में से एक है। कोहिनूर सीटीएनएल दादर (पश्चिम) में कोहिनूर स्क्वायर टावर का निर्माण कर रहा है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इससे पहले ईडी ने बुधवार को बुनियादी ढांचा विकास और वित्त कंपनी में कथित वित्तीय अनियमितताओं की मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में आईएल एंड एफएस की दो पूर्व ऑडिटर फर्मों- बीएसआर एंड एसोसिएट्स और डेलॉइट हॉकिन्स एंड सेल्स के खिलाफ खोजबीन की थी। इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (IL and FS) ने 2018 में दिवालियापन के लिए अर्जी दायर की थी।
ईडी द्वारा 2019 में आईएल एंड एफएस में कथित वित्तीय अनियमितताओं की मनी लॉन्ड्रिंग जांच शुरू की गई थी। संघीय एजेंसी ने आईआरएल, आईटीएनएल (IL&FS की समूह कंपनियां), इसके अधिकारी और अन्य के खिलाफ दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) की प्राथमिकी पर संज्ञान लिया था।