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आस्था जावंगा के अमुजुरी विश्वनाथ ने राज्य में टीएलएम द्वितीय स्थान प्राप्त कर राष्ट्रीय स्तर हेतु चयनित

गीदम : पाठ्यक्रम अंतर्गत टीचिंग लर्निंग प्रक्रिया में शिक्षक की भूमिका महत्वपूर्ण है। बदलती हुई समय पर बच्चों को आसान तरीके से सीखने में इनोवेटिव टीचिंग मैथड की बहुत ही जरूरी है। इसी को बढ़ावा देने छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के सहयोग से एवं राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद रायपुर के सौजन्य से वर्ष 2024- 25 के लिए “सतत भविष्य के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी” विषय पर 4 दिवसीय राज्य स्तरीय भारत विज्ञान मेला स्कूल शिक्षा विभाग सरगुजा संभाग द्वारा सरस्वती शिक्षा महाविद्यालय अंबिकापुर में भव्य रूप से आयोजित किया गया। शिक्षकों के लिए कक्षा 8वीं से 12वीं तक पाठ्यक्रम सहायक शैक्षणिक सामाग्री विधा में दंतेवाड़ा जोन के आस्था विद्या मंदिर इंग्लिश मीडियम स्कूल जावंगा गीदम के व्याख्याता अमुजुरी विश्वनाथ ने गणितीय 2 डी व 3 डी मॉडल टीएलएम प्रस्तुत किया।

टीएलएम विधा में राष्ट्रीय न्यू एजुकेशन पॉलिसी, इनोवेटिव टीचिंग स्किल्स एवं प्रैक्टिकल प्रस्तुतीकरण उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर अमुजुरी विश्वनाथ ने राज्य स्तर पर द्वितीय स्थान प्राप्त किया तथा मुंबई में होने वाला राष्ट्रीय स्तर पश्चिम भारत विज्ञान मेला शिक्षण सामग्री प्रतियोगिता के लिए चयनित हुआ। विजेता को सरगुजा सांसद चिंतामणि महाराज एवं अंबिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल ने प्रमाणपत्र एवं मोमेंटो दे कर सम्मानित किया। छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद रायपुर के अतिरिक्त संचालक जेपी रथ, विज्ञान प्रभारी सहायक प्राध्यापक केके शुक्ला, स्कूल शिक्षा विभाग सरगुजा संभाग ज्वाइंट डायरेक्टर संजय गुप्ता समेत अन्य प्रतिष्ठा विद्या संस्थानों, विश्वविद्यालयों, एमएड बीएड डीएड तथा डाइट प्रशिक्षण संस्थानों के प्राध्यापकों ने भी प्रशंसा किया।

व्याख्याता अमुजुरी विश्वनाथ ने बताया कि कक्षाओं में सहायक शिक्षण सामग्री का उपयोग करके गणित विषय को प्रैक्टिकल तौर पर इनोवेटिव टीचिंग स्किल्स माध्यम से आसान तरीके के बच्चों को समझा सके एवं टीचिंग लर्निंग आउटकम प्राप्त संभव है। 2डी एवं 3डी प्रैक्टिकल मॉडल का उपयोग कर गणित विषय सीखने में बच्चों को रुचि ला सकते हैं। इस की व्यावहारिक उपयोग इंजीनियरिंग, सिविल कंस्ट्रक्शंस, आर्किटेक्चर, कॉमर्स, बैंकिंग, व्यापार आदि में बहुत ही जरूरी है। इस प्रतियोगिता में सेजेस कुआकोंडा के व्याख्याता शाहिना परवीन ने तंत्रिका तंत्र जीव विज्ञान तथा सेजेस करली गीदम के व्याख्याता कंचन सिंह ने गति भौतिक विज्ञान पर टीएलएम प्रस्तुत किया। रा

ज्य स्तरीय प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ के 9 जोन से चयनित प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त 27 शिक्षक शिक्षिकाएं पाठ्यक्रम से जुड़ा सहायक शिक्षण सामग्री टीएलएम प्रदर्शन किया। इस उपलब्धि पर जिला प्रशासन दंतेवाड़ा के अधिकारीगण एवं जिला शिक्षा विभाग दंतेवाड़ा के जिला शिक्षा अधिकारी एसके अंबस्ता, जिला मिशन समन्वयक हरीश गौतम, गीदम विकासखंड शिक्षा अधिकारी शेख़ रफीक, डाईट दंतेवाड़ा प्राचार्य शैलेश सिंह, सहायक खंड शिक्षा अधिकारी भवानी पुनेम, खंड स्रोत समन्वयक जितेंद्र सिंह चौहान, आस्था प्राचार्य गोपाल पांडे, सर्व संकुल समन्वयक एवं सर्व शिक्षक शिक्षिकाएं बधाई व शुभकामनाएं प्रेषित किए।

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