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BJP का मुरीद अमेरिकी मीडिया, कहा-2024 चुनाव में जीत की ओर दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (BJP) को विश्व का सबसे बड़ा राजनीतिक दल माना जाता है. इससे जुड़े सदस्यों की संख्या इसके पीछे सबसे बड़ा आधार है. 2014 में केंद्र में सरकार बनने के बाद बीजेपी का विस्तार काफी तेजी से और बेहद ज्यादा हुआ है. देश के बाहर भी भाजपा के महत्व को माना जाने लगा है. मशहूर और अमेरिकी न्यूजपेपर वॉल स्ट्रीट जर्नल में वाल्टर रसेल मीड ने एक ओपिनियन लिखा है, जिसमें बीजेपी को दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण पार्टी माना है. हालांकि इसमें ये भी कहा है कि ये सबसे कम समझने वाली पार्टी भी है।

इस लेख में ये भी कहा गया है कि बीजेपी 2024 में एक बार फिर जीत की ओर बढ़ रही है. इससे पहले पार्टी ने 2014 और 2019 में लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी. लेखक ने जब ये कहा कि बीजेपी के बारे में कम जाना जाता है या समझा जाता है तो इसके पीछे कारण है कि जो गैर भारतीय हैं उनके लिए इसका राजनीतिक और सांस्कृतिक इतिहास अलग है.

लेख में ये भी कहा गया कि अमेरिका के राष्ट्रीय हितों के नजरिए से भारत विश्व में सबसे महत्वपूर्ण विदेशी राजनीतिक पार्टी है. इसमें कहा गया है कि भविष्य में चीन की बढ़ती ताकत को संतुलित करने के लिए अमेरिका को भारत की जरूरत पड़ेगी और उस भारत में बीजेपी की भूमिका काफी अहम होगी.

बीजेपी का प्रभुत्व ‘हिंदू पथ’ पर चलते हुए आधुनिकीकरण की कल्पना को दर्शाता है. इसके लिए कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने पीढ़ियों तक प्रयास किया. बीजेपी मुस्लिम ब्रदरहुड की तरह पश्चिमी उदारवाद के कई विचारों और प्रायरिटीज को खारिज करती है. इसके साथ ही ये आधुनिकता की प्रमुख विशेषताओं को अपनाती है. वहीं चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की तरह एक अरब से अधिक आबादी वाले देश भारत को सुपरपावर बनाने की उम्मीद करती है.

लेख में चिंताएं भी जाहिर की गईं
इस लेख में ये भी बात की गई है कि लेफ्ट-लिबरल विचारधारा के लोग मोदी सरकार की आलोचना करते हैं और पूछते हैं कि यह डेनमार्क जैसा क्यों नहीं है? लेखक ने कहा है कि उनकी चिंता पूरी तरह गलत नहीं है. जिन पत्रकारों ने सरकार की आलोचना की है, उनका उत्पीड़न हुआ है. इसमें धार्मिक हिंसा की भी बात की गई है. बहुत से लोग राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की ताकत से डरते हैं. मीड कहते हैं कि भारत एक जटिल जगह है और यहां कई कहानियां हैं.

इसमें हाल में नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में बीजेपी को मिली चुनावी सफलता का भी जिक्र है. ये राज्य क्रिश्चियन बहुत हैं. उत्तर प्रदेश की भी बात है, जहां शिया मुस्लिमों का समर्थन बीजेपी को मिला. साथ ही आरएसएस के कार्यकर्ताओं ने जातिगत भेदभाव से लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

मीड ने बीजेपी और आरएसएस के कई नेताओं और उनके कुछ आलोचकों के साथ मुलाकात की. इसके बाद वो इस नतीजे पर पहुंचे कि अमेरिकियों और पश्चिम के लोगों को एक जटिल और पावरफूल मूवमेंट के साथ और अधिक गहराई से जुड़ने की जरूरत है. उन्होंने आरएसएस को भी वर्ल्ड में शायद सबसे बड़ा संगठन बताया.

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