अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और इटली… इजरायल के समर्थन में खुलकर सामने आए ये देश; अब हमास का क्या होगा?

तेल अवीव : आतंकी संगठन हमास के हमले के बाद इजरॉयल ने आधिकारिक तौर पर युद्ध की घोषणा कर दी है। 7 अक्टूबर को हमास के आतंकियों द्वारा इजरायल पर ताबड़तोड़ हमलों के बाद इजरायली सेना और आतंकियों के बीच लगातार संघर्ष जारी है। इस बीच दुनियाभर के दर्जनों देशों ने इजरायल के समर्थन में एकजुटता दिखाई है। वहीं, कई दूसरे देशों ने फिलिस्तिन के समर्थन में आवाज बुलंद की है।
दोनों देशों के बीच चल रहे युद्ध में अबतक लगभग 1,300 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। हमास के हमले में अबतक 900 इजरायलियों की मौत हो गई है, जबकि इजरायल के हमले में 680 लोगों की जानें जा चुकी हैं। युद्ध के बीच इजरायल के विदेश मंत्रालय ने दावा किया है कि लगभग 84 देशों ने इजरायल का समर्थन करते हुए हमास के आक्रमण की निंदा की है। इसके अलावा ईरान सहित मध्य पूर्वी देश हमास को पीछे से मदद करने की कोशिश कर रहे हैं।
अमेरिका ने इजरायल का समर्थन किया
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजरायल का समर्थन किया है। इजरायल की मदद करने के लिए अमेरिका ने जंगी जहाजों और लड़ाकू विमानों के इजरायल के लिए रवाना कर दिया है। राष्ट्रपति बाइडन ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात भी की है। इसके साथ ही भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इजरायल को समर्थन देने की बात कही है।
जर्मनी, फ्रांस और इटली का संयुक्त बयान
अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस और इटली ने इजरायल के समर्थन में एक संयुक्त बयान जारी किया है, जिसमें उन्होंने इस आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की है। अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन के बयान में कहा गया है, “हमारे देश इस तरह के अत्याचारों के खिलाफ अपनी और अपने लोगों की रक्षा करने के प्रयासों में इजरायल का समर्थन करेंगे।
हम इजरायल के मित्र के तौर पर साथ खड़े रहेंगे- बाइडेन
एक बयान में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजरायल का समर्थन करते हुए कहा कि इजरायल की रक्षा के लिए हम एकजुट रहेंगे। बाइडेन ने कहा, “अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, इटली, ब्रिटेन एकजुट रहेंगे। हम इजरायल के सहयोगी और मित्र के तौर पर साथ खड़े रहेंगे।” वहीं, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हमास के लिए कोई हमदर्दी नहीं रखने के लिए कहा है।
‘हमास फिलिस्तीनियों की आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व नहीं करता’
बयान में कहा गया है, “हम सभी फिलिस्तीनी लोगों की वैध आकांक्षाओं को पहचानते हैं और इजरायल और फिलिस्तीनियों के लिए न्याय और स्वतंत्रता के समान उपायों का समर्थन करते हैं। हमास फिलिस्तीनियों की आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व नहीं करता है। हमास फिलिस्तीनी लोगों के लिए रक्तपात और आतंक के अलावा कुछ भी नहीं दे सकता।